government_banner_ad श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक सप्ताह का आगाज़ - Mukhyadhara

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक सप्ताह का आगाज़

admin
s 1 10

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक सप्ताह का आगाज़

  • 10 अक्टूबर को भव्य डांडिया नाइट्स कार्यक्रम के साथ होगा सांस्कृतिक सप्ताह का समापन
  • हज़ारों छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक किया प्रतिभाग

देहरादून/मुख्यधारा

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में 7 से 10 अक्टूबर तक रंगारंग सांस्कृतिक सप्ताह का भव्य आयोजन किया जा रहा है।

सोमवार को सांस्कृतिक सप्ताह का भव्य आगाज़ हुआ। सांस्कृतिक सप्ताह में छात्र-छात्राओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी इनमें रंगोली, पोस्टर मेकिंग, क्विज, वाद-विवाद, नृत्य, गीत एवम् सांस्कृति कार्यक्रमों की प्रतियोगिताएं शामिल हैं। सोमवार को कार्यक्रम का उद्घाटन श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के पथरी बाग कैंपस स्थित सभागार में किया गया। विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने सांस्कृतिक सप्ताह के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को शुभकामनाएं प्रेषित की।

s 1 9

इस अवसर पर प्रति कुलपति (प्रो वाइस चांसलर) प्रो. डाॅ. कुमुद सकलानी, रजिस्ट्रार डॉ अजय कुमार खंडूडी, यूनिवर्सिटी कोऑर्डिनेटर डॉ आर.पी. सिंह, आई क्यू ए सी डायरेक्टर डॉ सुमन विज, नोडल ऑफिसर डॉ मालविका कांडपाल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में अतिशीघ्र साइबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स का गठन किया जाए : मुख्यमंत्री धामी

सांस्कृतिक सप्ताह के प्रथम दिन सोमवार को विश्वविद्यालय में भाषण, स्लोगन, रंगोली, मेंहदी और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डाॅ. यशबीर दिवान ने अपने संदेश में कहा कि सांस्कृतिक सप्ताह छात्र-छात्राओं की छुपी हुई प्रतिभाओं को उजागर करने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करता है और इसका एक आदर्श मंच है। ऐसे कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं को बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करना चाहिए।

s 2 3

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर प्रो. डाॅ. कुमुद सकलानी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि कलात्मकता और सृजनात्मकता को उभारने के लिए यह एक बेहतरीन मंच है। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को उत्साहपूर्वक सभी प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग करना चाहिए।

यह भी पढ़ें : अवैध रूप से लीसा ले जा रहे ट्रक को पश्चिमी पिंडर रेंज के वन कर्मियों ने किया जब्त, अंधेरे में ट्रक चालक फरार, मुकदमा दर्ज

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अजय कुमार खंडूड़ी ने कहा कि छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व विकास के लिए इस प्रकार के आयोजन अति आवश्यक है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को एक अच्छा नागरिक बनने के लिए विभिन्न संस्कृतियों से परिचित होने की भी सलाह दी । साथ ही नई शिक्षा नीति के तहत भारतीय ज्ञान प्रणाली के विषय में छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया।

s 3

सांस्कृतिक सप्ताह के शुभारंभ पर मुख्य समन्वयक और सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष डॉ बलबीर कौर ने इस दौरान आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक सप्ताह के पहले दिन भाषण प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, मेहंदी प्रतियोगिता , स्लोगन राइटिंग और क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इन प्रतियोगिताओं की समन्वयक डॉ. प्रियंका उपाध्याय, राखी चैहान, डॉ. नेहा चैहान, डॉ. दिव्या चैहान, जूलिया जोनाथन, डॉ. भावना भट्ट, डॉ. मंजूषा त्यागी, प्रीति जुयाल डॉ. नीरज कुमार और पल्लवी जोशी रहेंगे।

यह भी पढ़ें : नोबेल प्राइज : दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिलने की हुई शुरुआत, चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल प्राइज विक्टर एम्ब्रोस और गेरी रुवकुन को दिया जाएगा

इसके साथ ही एकल गायन, समूह गायन, एकल नृत्य समूह नृत्य प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा। वोट ऑफ थैंक्स ईशा शर्मा द्वारा दिया गया। रंगोली प्रतियोगिता में स्कूल ऑफ बेसिक और एप्लाइड साइंसेज प्रथम स्थान पर वहीं स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज द्वितीय और स्कूल ऑफ एज्युकेशन तीसरे स्थान पर रहा। निर्णायक मंडल में डाक्टर कीर्ती सिंह और डाक्टर पुनीत ओहरी रहे वहीं स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज के कनिष्क रावत प्रथम स्थान पर रहे जबकि दूसरे स्थान पर स्कूल आफ बेसिक ऐंड अप्लाइड साइंसेज की भूमिका एवम तीसरे स्थान पर स्कूल ऑफ नर्सिंग की ऋतु विजेता रही प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉक्टर कंचन जोशी और डॉक्टर अरुण कुमार रहे।

पोस्टर लेखन के विजेताओं में प्रथम स्थान अनुष्का सेमवाल और वेद रानी को संयुक्त रूप से प्राप्त हुआ। वहीं दूसरे और तीसरे स्थान पर कशिश वासुदेव और सौम्य गुलाटी रहे निर्णायक मंडल में डाक्टर कीर्ती सिंह और डाक्टर पुनीत ओहरी शामिल रहे। मेहंदी प्रतियोगिता के विजेताओं में ईशा झा प्रथम स्थान पर वहीं मीनाक्षी और स्वाति को संयुक्त रूप से द्वितीय और तृतीय स्थान पर प्रिया पुंडीर विजेता रही। निर्णायक मंडल में डॉक्टर प्रियंका बनकोटी और डॉक्टर गीता रावत उपस्थित रहे। प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में डॉक्टर गीता रावत, डॉक्टर निधि जैन, डॉक्टर कीर्ति सिंह, डॉक्टर पुनीत ओरी, डॉक्टर प्रियंका बनकोटी, डाक्टर जी रामा लक्ष्मी, डॉक्टर मालविका सती कांडपाल, डॉक्टर सोनिया गंभीर, डॉक्टर अरुण कुमार, डॉक्टर कंचन जोशी, डॉक्टर विपुल जैन, डॉक्टर दिव्या जुयाल शामिल रहे।

यह भी पढ़ें : राजकीय व्यावसायिक महाविद्यालय पैठाणी में गढ़-भोज दिवस की रही धूम

इस अवसर पर रिसर्च डीन डॉ लोकेश गंभीर, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर कंचन जोशी, डॉ मनीष मिश्रा, डॉ प्रिया पांडे, डॉ अनुजा रोहिल्ला, डॉ बिजेंद्र सिंह के साथ ही विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष,संकायाध्यक्ष के साथ ही सभी शिक्षकगण और

गढ़भोज दिवस के अवसर पर निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के अंतर्गत गढ़वाली भाषा एवं संस्कृति विभाग और गृहविज्ञान विभाग की ओर से गढ़भोज दिवस के उपलक्ष्य में निबंध प्रतियोगिता और पाककला प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के प्रारंभ में मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय की संकायाध्यक्ष प्रो गीता रावत ने गढ़वाल के परंपरागत भोजन की उपयोगिता और महत्व के विषय में छात्र- छात्राओं को अवगत कराया। कार्यक्रम की संयोजक और गढ़वाली भाषा एवं संस्कृति विभाग की समन्वयक डॉ गरिमा डिमरी ने गढ़वाल के व्यंजनों का परिचय दिया। गृहविज्ञान विभाग की शिक्षिका स्निग्धा भट्ट ने गढ़वाल के पारंपरिक व्यंजन बनाने की विधि का प्रशिक्षण दिया। निबंध प्रतियोगिता में अजय कांत, हर्षित सिंह, अंशिका पंवार तथा पाककला प्रतियोगिता में हिमांशी सोनकर, अंशवी बिजल्वाण, उमर इकरा ने क्रमश प्रथम द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में संकायाध्यक्ष प्रो गीता रावत और प्रो पूजा जैन रही।

यह भी पढ़ें : अल्मोड़ा व हरिद्वार मेडिकल कॉलेज को मिली एक दर्जन फैकल्टी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

ग्राफिक एरा में राष्ट्रीय संगोष्ठी, 'जीवन के लिए रेडियेशन भी जरूरी’

ग्राफिक एरा में राष्ट्रीय संगोष्ठी, ‘जीवन के लिए रेडियेशन भी जरूरी’ देहरादून/मुख्यधारा भाभा एटोमिक रिसर्च सेण्टर के स्वास्थ्य सुरक्षा और पर्यावरण समूह के निदेशक डा. दिनेश कुमार असवाल ने कहा कि वातावरण में मौजूद प्राकृतिक रेडियेशन भी जीवन के अस्तित्व […]
g 1 7

यह भी पढ़े