यमकेश्वर। खंड ग्राम वीर काटल के ग्रामीणों ने स्वयं के साथ विकास कार्यों के लिए छलावा किए जाने से हताश होकर अजीबोगरीब ढंग से आश्वासन दिवस मनाया। इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत सदस्य सुदेश भट्ट भी मौजूद थे।
सोमवार को क्षेत्र पंचायत बूंगा की ग्रामसभा बूंगा के खंड ग्राम वीर काटल में वार्षिकोत्सव पर्व मनाया गया। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य सुदेश भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि आज से ठीक एक वर्ष पूर्व इसी स्थान पर यमकेस्वर विधानसभा क्षेत्र की विधायक ऋतु खंडूड़ी ने मंच से यहां की विकट समस्याओं, जिनमें सड़क, पुलिया व बारात घर सहित तमाम घोषणाएं कर ग्रामीणों को समस्याओं के समाधान के आश्वासन दिये थे, लेकिन आज एक बीत गया है, लेकिन धरातल पर एक समस्या का समाधान भी नहीं हो पाया है।
इसी को मद्देनजर रखते हुए क्षेत्र पंचायत सदस्य सुदेश भट्ट ने बताया कि घोषणा के एक साल पूरे होने के अवसर पर आज ग्रामीण स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
क्षेत्र पंचायत सदस्य सुदेश भट्ट व ग्राम प्रधान अनिता देवी व ग्रामीणों ने विधायक व भाजपा द्वारा इन घोषणाओं को चुनावी घोषणा करार देते हुए रोष व्यक्त किया। इस दौरान बैठक में फैसला लिया गया कि यदि 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले गांव की समस्याओं का निवारण नहीं किया गया तो क्षेत्र की जनता द्वारा चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा।
सुदेश भट्ट ने बताया कि वीर काटल यमकेश्वर का बहुत उपजाऊ एवं सिंचित क्षेत्र होने के बाद भी यहां की कृषि योग्य जमीन आपदा में नहरों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बंजर पड़ी है। कभी पूरे क्षेत्र में आलू प्याज और मटर की आपूर्ति वीर काटल से ही होती थी, लेकिन आज आलम यह है यहां के युवाओं और काश्तकारों के आगे आजीविका की विकट समस्या उत्पन्न हो गयी है। संसाधनों का उचित दोहन न होने के कारण स्थानीय ग्रामीण पलायन को मजबूर हंै। आज भी गांव में लगभग 45 परिवार निवास कर रहे हैं।
हालात यह हैं कि सड़क न होने के कारण ग्रामीण यहां से बीमार को कुर्सी पर बांधकर कंधों पर लादकर पांच किमी. दूर सड़क तक पहुंचाकर अस्पताल तक पहुंचाने को मजबूर हैं। चुनावी हवाई घोषणाओं से छले जाने के बाद विकास की राह ताक रहे निराश ग्रामीणों का सब्र का बांध टूट चुका है।
बैठक में समस्त ग्रामीणों ने क्षेत्र पंचायत सदस्य सुदेश भट्ट, ग्राम प्रधान अनिता देवी व पूर्व प्रधान सोहन लाल भट्ट समेत समस्त ग्रामीणों ने एक सुर मे फैसला लिया है कि यदि शीघ्र उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीण जनांदोलन के लिये बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जवाबदेही सरकार व उसके प्रतिनिधियों की होगी।
इस मौके पर रवि दत्त भट्ट, मदन भट्ट, राजेश, सोहन लाल भट्ट, मीना, पुष्पा, आरती, सतेंद्र, गुड्डी देवी, श्यामलाल, वीसा देवी, आनंद सिंह, मोहन सिंह, जगदीश, सतेंद्र आदि मौजूद थे।