संगमनगरी देवप्रयाग से लगाई दिनेश चंद्र मास्टरजी ने धै, ऋषिकेश की जनता से समर्थन देने की अपील
देवप्रयाग/मुख्यधारा
ऋषिकेश नगर निगम से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे गढ़वाल के लाल दिनेश चन्द्र मास्टरजी आज देवभूमि के पवित्र स्थल संगमनगरी देवप्रयाग पहुंचे और उन्होंने गंगा मां की पूजा अर्चना के साथ ऋषिकेश की जनता को धै लगाकर उन्हें इस चुनाव में समर्थन देने की अपील की।
यही नहीं उन्होंने गंगाजल का आचमन लेते हुए शपथ ली कि वे योगनगरी ऋषिकेश के पुराने स्वरूप में लौटाने के लिए पूरा जोर लगा देंगे। वे अब किसी भी पार्टी में शामिल नहीं होंगे और जीवनभर अपनी देवभूमि की सेवा करते रहेंगे।
पाठकों को बता दें कि दिनेश चंद्र मास्टरजी मूल रूप से इसी देवप्रयाग क्षेत्र के निकटवर्ती खरसाड़ी गांव के हैं। देवप्रयाग उनका ननिहाल है। यहीं से उन्होंने शिक्षा ग्रहण की है। वे पिछले 35 वर्षों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे। इस बार ऋषिकेश नगर निगम सीट आरक्षित हुई तो वे यहां से कांग्रेस के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया और दीपक जाटव को टिकट दिया।
वहीं भाजपा ने भी पहाड़ी मूल के प्रत्याशी की अनदेखी की और शंभू पासवान को मैदान में उतारा है। इससे आहत होकर मास्टरजी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। पहाड़ी मूल के लोगों की इस तरह हुई घोर उपेक्षा को देख मूल निवास-भू कानून समन्वय संघर्ष समिति उत्तराखंड ने आम जन का प्रत्याशी बनाते हुए मेयर पद पर निर्दलीय नामांकन करा दिया।
आज नाम वापस लेने का आखिरी दिन था। मास्टरजी की वरिष्ठता और अनुभव का सम्मान करते हुए ऋषिकेश मेयर प्रत्याशी प्रियंका राणा ने आज अपना नामांकन वापस ले लिया है।
दिनेश चन्द्र मास्टरजी आज अपने समर्थकों के साथ अपनी मूल जन्मभूमि देवप्रयाग संगम पर पहुंचे और उन्होंने गंगा मां को प्रणाम कर आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वे जमीन से जुड़े हुए सीधे व सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं। ऋषिकेश की जनता ने यदि उन पर भरोसा जताकर उन्हें मेयर पद पर पहुंचाएगी तो वे उनकी उम्मीदों पर सौ फीसदी खरे उतरेंगे। वे कभी भी रिश्वत नहीं लेंगे और न ही रिश्वतखोरी को होने देंगे। इसके अलावा वे शहर में हो रही नशाखोरी व अन्य अपराधों को जड़ से खत्म करने का प्रयास करेंगे।
यही नहीं उन्होंने कहा कि प्राचीन समय में योगनगरी ऋषिकेश की जो भव्य व दिव्य पहचान हुआ करती थी, वे मेयर बनने के बाद उस पहचान को वापस दिलाने के लिए काम करेंगे।
बता दें कि ऋषिकेश नगर निगम में इस बार भाजपा व कांग्रेस द्वारा बाहरी मूल के प्रत्याशियों को टिकट दिए जाने से स्थानीय और मूल निवासी समाज खासा आक्रोशित है। उनका कहना है कि पहाड़ के लोगों को अब मेयर के टिकट देने लायक भी नहीं समझा गया। आक्रोशित लोग कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि इस तरह की घोर उपेक्षा के बाद भी यदि मूल निवासी लोग नहीं जागे तो आने वाले समय में उन्हें पछताना पड़ेगा।
मास्टरजी की सभी वर्गों व समुदायों से अच्छा तालमेल रहा है। यही कारण है कि ठेठ पहाड़ी अदांज वाले कुर्ता-पजामा व टोपी में दिखने वाले दिनेश चन्द्र मास्टरजी क्षेत्र में जिस तरफ भी जा रहे हैं, उन्हें जनता का अपार समर्थन मिल रहा है।
इस अवसर पर गढ़वाल के मांझी सुदेश भट्ट, मूल निवास-भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के मोहित डिमरी, लुसुन टोडरिया, योगेश डिमरी आदि दर्जनों समर्थक मौजूद रहे।
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