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बारिश ने व्यवस्थाओं की खोली पोल, पहले यूपी विधानसभा में भरा पानी, फिर नई संसद की छत टपकने पर विपक्ष ने कसा तंज

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बारिश ने व्यवस्थाओं की खोली पोल, पहले यूपी विधानसभा में भरा पानी, फिर नई संसद की छत टपकने पर विपक्ष ने कसा तंज

मुख्यधारा डेस्क

इस बार मानसूनी बारिश कई राज्यों के लिए आफत बनी हुई है। महाराष्ट्र, केरल, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन के बाद बड़ी तबाही हुई है। पिछले दिनों हिमाचल और उत्तराखंड में कई जगह बादल फटने और लैंडस्लाइड होने से 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

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वहीं इस बार लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर विधानसभा और नई संसद भवन में भी सरकारों की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई। बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश और राजधानी दिल्ली की। पिछले कई दिनों से यूपी और दिल्ली में बजट सत्र का आयोजन चल रहा है।

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बुधवार को लखनऊ विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही चल रही थी इस दौरान जमकर हुई बारिश लखनऊ विधानसभा में घुस आया था। सदन में मौजूद सीएम योगी आदित्यनाथ को भी दूसरे रास्ते से बाहर जाना पड़ा। विधानसभा में मौजूद कर्मचारियों ने बाल्टी और वाइपर से पानी को बाहर निकाला। जिसके बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार पर तंज कसा। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि गुरुवार को राजधानी दिल्ली में बजट सत्र के दौरान नई संसद की छत भी टपकने लगी।

सोशल मीडिया पर नई संसद का एक वीडियो वायरल है, जिसमें संसद की लॉबी में पानी गिरता दिख रहा है और उसके नीचे एक बाल्टी रखी है। नई संसद के मकर द्वार के बाहर भी बारिश का पानी भर गया था। तमिलनाडु से कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने मोदी सरकार पर तंज कसा। सोशल मीडिया मंच एक्स पर कांग्रेस के लोकसभा सांसद मणिकम टैगोर ने एक वीडियो साझा किया है। इसमे दिख रहा है कि संसद भवन की छत से पानी टपक रहा है और नीचे एक बाल्टी रखी हुई है। कांग्रेस सांसद ने एक्स पर लिखा, ‘संसद के बाहर पेपर लीक हो रहा है और अंदर पानी लीक हो रहा है। जिस संसद लॉबी का राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। अभी संसद भवन को बने हुए एक वर्ष हुआ है और हालात ऐसे हैं। वहीं समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा, नए संसद भवन से बेहतर पुराना संसद भवन था।

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वहां पूर्व सांसद भी मुलाकात करने के लिए आ जाते थे। नए संसद भवन में पानी लीक होने का कार्यक्रम चल रहा है, जिसे तैयार करने में अरबों रुपये खर्च हो गए। क्यों न तब तक के लिए पुराने संसद भवन का रुख किया जाए? लोग पूथ रहे हैं कि क्या भाजपा सरकार द्वारा तैयार किए गए प्रत्येक भवन से पानी टपक रहा है।तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने भी मोदी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘नई संसद की लॉबी से पानी टपक रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद यह इमारत जर्जर हो गई है। भारत मंडपम में भी ऐसा ही देखने को मिला है।’ टीएमसी सांसद सागरिका घोष ने भी नए संसद भवन की छत से पानी टपकने के बाद पुराने संसद भवन को बेहत बताया।

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उन्होंने एक्स पर लिखा, नए संसद भवन में बरामदा नहीं है। दिल्ली में भारी बारिश के बाद हमने पुराने संसद भवन में शरण ली। पुराने संसद भवन को बहुत सोच-समझकर तैयार किया गया है। कांग्रेस के राज्य सभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने एक्स पर लिखा, संसद से लेकर सड़क तक, हर जगह बाढ़ का नजारा देखने को मिला। 100 वर्ष पहले पुराने संसद भवन को तैयार किया गया था और वहां कभी भी पानी के टपकने की बात सामने नहीं आई। अपने निर्माण के एक वर्ष के भीतर ही नए संसद भवन की छत से पानी टपकने लगा है। उधर, लोकसभा सचिवालय ने कहा, ‘ग्रीन संसद की अवधारणा को ध्यान में रखते हुए संसद भवन के कई हिस्सों में कांच के गुंबद (ग्लास डोम) लगाए गए हैं, ताकि नेचुरल लाइट आ सके। इसमें लॉबी भी शामिल है। भारी बारिश के बाद ग्लास डोम को सील करने के लिए लगाया गया ग्लू हट गया था, जिसके चलते पानी का रिसाव हुआ। इसे अब ठीक कर लिया गया है।

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