उत्तराखंड : LT शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब के विरोध में धरना शुरू

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उत्तराखंड : LT शिक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब के विरोध में धरना शुरू

16 अप्रैल से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में धरना शुरू

सहायक अध्यापक Lt के 1317 पदों में नियुक्ति की राह देख रहे चयनित अभ्यर्थी

देहरादून/मुख्यधारा

उत्तराखंड की एलटी भर्ती परीक्षा में चयनित लगभग 1300 से अधिक युवा अभ्यर्थी विगत तीन माह से नियुक्ति हेतु प्रयासरत हैं, पर विभागीय स्तर पर अभी तक नियुक्ति नहीं दी गई है। जिसको लेकर चयनित अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं और जल्द से जल्द नियुक्ति की मांग करते हुए उन्होंने अब 16 अप्रैल को धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

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गौरतलब है कि बीते 18 अगस्त 2024 को सहायक अध्यापक की Lt परीक्षा हुई, जिसके बाद 24 अगस्त को उत्तर कुंजी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC ) द्वारा जारी की गई तथा प्रतिवेदन मांगे गए जो एक सामान्य प्रक्रिया है।

इस मामले में अल्मोड़ा के अभ्यर्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि रंजीत सिंह कार्की व अन्य Guest टीचर ने वेटेज की बेवजह कोर्ट में रिट लगा दी, जिस पर कोर्ट ने रिजल्ट में स्टे लगा दिया और भर्ती 3 माह लटकी। तब नैनीताल उच्च न्यायालय की डबल बेंच ने स्टे हटाया और 10 जनवरी 2025 को परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। इसके साथ अंतिम उत्तर कुंजी जारी की गई, जो विशेषज्ञों द्वारा बनाई जाती है। जिसमें पहली आंसर कुंजी में परिवर्तन होते हैं। जिसके लिए आयोग द्वारा एक नियमित समय दिया जाता है, जिसके अंदर अभ्यर्थी को प्रत्यावेदन लगाना होता है। सिलेक्टेड कैंडिडेटों का कहना है कि वे लगातार 7-8 महीने से इस भर्ती को लेकर मानसिक तनाव से गुजर रहें हैं और सरकार द्वारा उचित पैरवी न होने के कारण कोर्ट द्वारा तारीख पर तारीख दी जा रही है। पहले रिजल्ट को लेकर भर्ती कोर्ट में थी और अब जॉइनिंग को लेकर।

सेलेक्टेड कैंडिडेटों का कहना है कि उन्होंने शिक्षा मंत्री से लेकर सचिव को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस पैरवी नहीं की जा रही है। अब मजबूरन हमने 16 अप्रैल 2025 से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।

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बता दें कि यह Up,mp, Hp ukpsc सभी आयोगों की एक प्रकिया है। इसके बाद आयोग ने केवल चयनित के अभिलेखों की जांच की, जिसमें कोर्ट के आदेशानुसार वेटिंग के लिए 25% अतिरिक्त कैंडीडेट बुलाए गए।

इस मामले में अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि अंत में 9 फरवरी को अभिलेख सत्यापन व मंडल चयन के बाद आयोग ने अंतिम सूची जारी की, जब कुछ लोगों का अंतिम सूची मे चयन नहीं हुआ तो कुछ छात्रों ने बिना हल किए प्रश्नों को कोर्ट में चेलेंज कर दिया और रिट डाल दी कि 10 जनवरी को जो उत्तर कुंजी uksssc ने दी, वह हमारे अनुसार नहीं है। अब यह मामला कोर्ट के अधीन लटका हुआ है। सिलेक्टेड कैंडिडेटों की प्रमुख मांगें निम्नानुसार हैं-

1-एल0टी0चयनित अभ्यर्थियों के पक्ष में सरकार स्टे वैकेशन फ़ाइल करें,
2-सरकार एल0टी0चयनितों की पैरवी महाधिवक्ता से कराएं।
3-चयनित एल0टी0अभ्यर्थियों को शीघ्रातिशीघ्र नियुक्ति दें सरकार।

चयनित अभ्यर्थियों जगदीश रावत, अजय जोशी, विमल देवरारी का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक उनका यह धरना अनिश्चितकाल तक के लिए जारी रहेगा।

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