HMPV virus : एचएमपीवी वायरस देश में 13 केस सामने आए, केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्यों ने बढ़ाई सतर्कता
मुख्यधारा डेस्क
चीन में फैले ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एचएमपीवी वायरस अभी फिलहाल भारत में बहुत तेजी के साथ नहीं बढ़ रहा है। शुक्रवार को देश में 13 मामले सामने आए हैं। राजस्थान के बारां जिले में नए संक्रमण एचएमपीवी से संक्रमित मरीज की पुष्टि हुई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सम्पतराज नागर ने बताया कि 6 महीने की बच्ची कि रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। यह राजस्थान में एचएमपीवी का दूसरा मामला है। इससे पहले गुरुवार को 3 केस मिले थे। इनमें लखनऊ में 60 साल की महिला, गुजरात के अहमदाबाद में 80 साल का बुजुर्ग और हिम्मतनगर में 7 साल का बच्चा शामिल है। तीनों का इलाज चल रहा है।
इससे पहले महाराष्ट्र और गुजरात में 3-3, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल और यूपी में एक-एक केस सामने आए थे। एचएमपीवी केस बढ़ने पर अब राज्यों ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। पंजाब में बुजुर्गों और बच्चों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है।
इधर गुजरात में अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं। हरियाणा में भी स्वास्थ्य विभाग को एचएमपीवी केसेस पर निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं।
चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि इसका अस्तित्व दुनिया में करीब 60 साल से माना जा रहा है। इसके प्रभावों को लेकर डब्ल्यूएचओ से लेकर अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों ने सावधान रहने को कहा है, हालांकि इसे बड़ा खतरा नहीं माना जा रहा है।
इसके बावजूद पहले चीन, फिर भारत और अब कुछ और देशों में एचएमपीवी फैलने की वजह से इसकी संक्रमण दर को लेकर चिंता बनी हुई है। इतना ही नहीं ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमितों में कोरोनावायरस प्रभावितों जैसा ही संक्रमण दर्ज किया गया।
इसके चलते एचएमपीवी के प्रभावों की तुलना भी कोविड-19 से की जा रही है, जो कि चीन में ही उभरने के बाद दुनिया के कई देशों में फैल गया था। पूर्व डॉयरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है।
वायरस आमतौर पर अपने आप ही ठीक हो जाता है। इसके इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स से नहीं किया जा सकता। उन्होंने लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने और पौष्टिक भोजन करने की सलाह दी। साथ ही भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने को कहा।