केंद्र का समर्थन : पाकिस्तान पर गरजे असदुद्दीन ओवैसी ने खुलकर कहा- इस बार भारत पीओके पर कब्जा करे, यह क्षेत्र हमारा है

admin
pu

केंद्र का समर्थन : पाकिस्तान पर गरजे असदुद्दीन ओवैसी ने खुलकर कहा- इस बार भारत पीओके पर कब्जा करे, यह क्षेत्र हमारा है

मुख्यधारा डेस्क

22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए केंद्र सरकार लगातार तैयारी कर रही है । पाकिस्तान को लेकर देश में भी गुस्सा बरकरार है। वहीं इस बार हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी लगातार केंद्र सरकार के समर्थन में अपना बयान दे रहे हैं। जबकि ओवैसी को अधिकांश मुद्दे पर मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलने के लिए जाना जाता है। लेकिन इस बार असदुद्दीन ओवैसी पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए केंद्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं।

आज गुरुवार को एक बार फिर ओवैसी ने पाकिस्तान को लेकर बड़ा बयान दिया है। पाकिस्तान से तनाव के बीच एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि केंद्र सरकार को इस बार पीओके पर कब्जा कर लेना चाहिए। बार-बार का आतंकवाद खत्म होना चाहिए। ओवैसी ने कहा कि भारतीय संसद ने पीओके के संबंध में रिजॉल्यूशन पास किया है।

यह भी पढ़ें : मुख्य सचिव ने लिया जिलाधिकारियों से चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायजा

ओवैसी ने खुलकर कहा कि भारत को इस बार पीओके जरूर ले लेना चाहिए। ओवैसी ने कहा, बीजेपी कहती है घर में घुस के मारेंगे। अगर आप (केंद्र सरकार) इस बार पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं, तो घर में घुस कर बैठ जाना। यह भारतीय संसद का संकल्प है कि पीओके हमारा है। सभी विपक्षी दल सरकार से कह रहे हैं कि आतंकवाद का खात्मा होना चाहिए।

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत का रुख बेहद सख्त है। भारत जवाबी कार्रवाई पर विचार कर रहा है और इसी सिलसिले में कल हुई एक अहम बैठक में पीएम मोदी ने सेना को पूरी आजादी दी है। भारत के तेवर देख पाकिस्तान भी घबरा उठा है और कभी परमाणु बम की धमकी दे रहा है तो कभी निष्पक्ष जांच का राग अलाप रहा है। लेकिन उसने आतंकियों पर कार्रवाई की बात एक बार भी नहीं की है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं जिनमें अटारी में बॉर्डर बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना को निलंबित करना, उन्हें अपने देश लौटने और दोनों पक्षों के उच्चायोगों में अधिकारियों की संख्या कम करना शामिल है।

यह भी पढ़ें : चारधाम यात्रा ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों को अनुशासित, संवेदनशील व समर्पित सेवा के निर्देश

भारत ने पहलगाम हमले के मद्देनजर 1960 में हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि को भी स्थगित कर दिया है। इसे लेकर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और उसने युद्ध की धमकी भी दी है।

आईएनएस-सूरत पहली बार हजीरा पोर्ट पर तैनात किया गया है

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेग्सेथ से फोन पर बात की। इस बीच नेवी का जंगी जहाज आईएनएस-सूरत गुरुवार को पहली बार सूरत के हजीरा पोर्ट पर तैनात किया गया है। यहां नेताओं और नेवी अफसरों ने इसका स्वागत किया। इंडियन नेवी ने अपने सभी वॉरशिप को अलर्ट पर रखा है। पिछले दिनों अरब सागर में एंटी शिप और एंटी एयरक्राफ्ट फायरिंग की प्रैक्टिस की गई। गुजरात के नजदीक कोस्ट गार्ड को भी अलर्ट पर रखा गया है।

उधर, पाकिस्तान ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर चौकियों पर अपने झंडे फिर लगा दिए हैं। एक दिन पहले पाक ने चौकियों से झंडे हटा दिए थे। इस बीच खबर है कि पाकिस्तान ने अमेरिका से मदद मांगी है।नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी चीफ सदानंद दाते गुरुवार दोपहर पहलगाम पहुंचे। वह तीन घंटे बायसरन में रहे।

यह भी पढ़ें : एसजीआरआर पब्लिक स्कूल पटेल नगर ने की क्षमता निर्माण कार्यक्रम की मेजबानी

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिका से अपील की है कि वह भारत पर जिम्मेदारी से पेश आने और बयानबाजी कम करने का दबाव बनाए। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से शरीफ ने यह भी कहा कि भारत के उकसाने वाले रवैया से क्षेत्रीय हालात बिगड़ सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

यह भी पढ़े