देहरादून की धड़कन ‘घंटाघर‘ जल्द दिखेगा और भी भव्य, चौक चौराहे होंगे सुगम सुदंर
- सीएम की प्रेरणा से ऐतिहासिक धरोहर घंटाघर व प्रमुख चौक-चौराहे सौन्दर्यीकरण कार्य युद्धस्तर पर
- डीएम की कार्यवाही मात्र कार्य स्वीकृति, टेंडर, बजट प्रबंधन तक सीमित नहीं
- प्रत्येक स्थल पर जाकर चढ़कर प्रगति जानना जिला प्रशासन की अब है आदतः जानी कार्यो की प्रगति
- घंटाघर चौक की बदलती तस्वीर, सौन्दर्यीकरण से जनता में खुशी की लहर
- समर्पण हो रही धनराशि का डीएम ने किया है महत्वपूर्ण उपयोग, निर्माण योजना में 03 साल मेंटेनेंस भी शामिल
- डीएम की दो टूक, कार्यदायी संस्था गुणवत्ता के साथ तय समय में पूरा करें सौन्दर्यीकरण कार्य
देहरादून/मुख्यधारा
दून की धडकन ‘‘घंटाघर’’ जल्द ही भव्य और दिव्य स्वरूप में नजर आएगा। जिला प्रशासन के अभूतपूर्व प्रयासों से ऐतिहासिक धरोहर घंटाघर सौंदर्यीकरण का काम आखिरी चरण में चल रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने शुक्रवार को घंटाघर, दिलाराम व ब्रह्म कमल चौक चौराहों पर चल रहे सौंदर्यीकरण कार्याे का स्थलीय निरीक्षण किया। डीएम ने कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया कि सौन्दर्यीकरण कार्याे को गुणवत्ता के साथ तय समय में पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री की प्रेरणा से जिलाधिकारी सविन बंसल ने राजधानी देहरादून के प्रमुख चौक चौराहों, ऐतिहासिक स्थल एवं धरोहरों को पहाड़ी शैली में सवांरने का बीडा उठाया है। पहले चरण में 05 प्रमुख चौक चौराहे लिए गए है। इसके बाद कई अन्य चौक चौराहों को भी चिन्हित किया गया है। दून की धडकन घंटाघर चौक को यातायात हेतु भी सुगम बनाया जा रहा है। जिलाधिकारी चार्ज संभालते ही देहरादून में आम जनमानस की सुगम सुविधा एवं व्यवस्थित यातायात के लिए योजनाबद्ध तरीके से बजट का प्रावधान करते हुए विकास कार्याे को गति प्रदान करने में जुटे है। ऐतिहासिक घंटाघर एवं अन्य चौक चौराहें जल्द ही पहाड़ी शैली में भव्य एवं आकर्षक स्वरूप में दिखेंगे।
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जिलाधिकारी ने कहा कि घंटाघर हमारी राजधानी का प्रतिष्ठित स्मारक है। इसका अपना सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है। यह हमारे राज्य की धरोहर है। शहर के मध्य में होने के कारण हर रोज यहां से हजारों पर्यटक एवं आम नागरिक गुजरते है। यहां से गुजरने वाले हर पर्यटक व नागरिक को उत्तराखंड राज्य की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए घंटाघर सहित कोठाल गेट, साईं मंदिर, दिलाराम, ब्रह्म कमल जैसे प्रमुख चौक चौराहों को पहाड़ी शैली में सौंदर्यीकरण किया जाना आवश्यक था। जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा के माध्यम से यातायात को सुगम बनाने और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कठोल गेट व साई मंदिर चौक में एक नई स्लिप रोड भी अलग से बनाई गई है। इसके अलावा 11 रेड लाइट जंक्शन पर ट्रैफिक लाइट स्थापित की गई है। इन चौराहों पर राज्य की संस्कृति एवं कला को प्रदर्शित करते हुए जनता की अपेक्षा के अनुसार विकसित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने ग्रेट वैल्यू चौक में ब्रह्मकमल के कारण चौक की गोलाई अधिक होने से आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही थी। इस चौक को नया स्वरूप देने के लिए नए डिजाइन के साथ चौक का सौन्दर्यीकरण व सुधारीकरण के लिए काम शुरू कर दिया गया है। जिससे आने वाले समय में ये चौक चौराहें अपनी सुन्दरता के साथ आवगमन में भी सुगम बनेगा तथा सड़क दुर्घटनों पर प्रभावी अंकुश लग सकेगा। वहीं ये ऐतिहासिक स्थल अपने भव्य स्वरूप से जनमानस को आकर्षित करेगे। इन चौराहों पर राज्य की पहाड़ी शैली में विकसित छवि पर्यटकों को राज्य की लोक संस्कृति एवं परम्परा के दर्शन भी कराएगी। डीएम ने स्मार्ट सिटी की समर्पण हो रही धनराशि से सौन्दर्यीकरण कार्याे का प्रबंध किया गया, जिसमें निर्माण के साथ योजना का रखरखाव भी शामिल है। सौंदर्यीकरण का काम अपने अंतिम चरण में है।
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निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह सहित कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद थे।