कार्रवाई : थराली में निर्माणाधीन ब्रिज के क्षतिग्रस्त होने पर सीएम धामी ने तीन इंजीनियरों को किया निलंबित, ठेकेदार के खिलाफ रिपोर्ट
देहरादून/मुख्यधारा
चमोली जिले के थराली में निर्माणाधीन पुल के क्षतिग्रस्त होने के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शासन ने लोक निर्माण विभाग के तीन अभियंताओं को निलंबित कर दिया है।
सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज कुमार पांडेय ने अधिशासी अभियंता थराली दिनेश मोहन गुप्ता, अधिशासी अभियंता कर्णप्रयाग, नवीन लाल और सहायक अभियंता थराली, आकाश हुड़िया को निलंबित करने के संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही, चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी के निर्देश पर पुल निर्माण कार्य से जुड़े ठेकेदार के खिलाफ भी आपराधिक मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
सीएम धामी ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी स्वयं अपने कर्तव्य और उत्तरदायित्वों के प्रति जिम्मेदारी की भावना से कार्य करे। यदि कोई अधिकारी-कर्मचारी अपने दायित्वों और कर्तव्यों के प्रति लापरवाही करता है।जनहित के कार्यों के प्रति लापरवाही करता है या भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें : स्वास्थ्य विभाग को मिले 220 नए चिकित्साधिकारी
बता दें कि थाना थराली तहसील के ढाढरबगड़ में लगभग 60 मीटर लंबा बेली ब्रिज निर्माणाधीन है। इस बेली ब्रिज की लागत 2.80 करोड़ों रुपये थी। पुल के टूटने से रतगांव की 4000 से अधिक आबादी का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है।
बताया जा रहा है कि निर्माणाधीन बैली ब्रिज से ठेकेदार के श्रमिकों ने रस्से और सपोर्ट एक साथ हटा दिए। इसकी वजह से पुल भार नहीं सह सका और टूटकर गदेरे में जा गिरा। डूंगरी- रतगांव मार्ग पर घटगाड़ में इस 60 मीटर लंबे बैली ब्रिज को बनाने की स्वीकृति शासन ने वर्ष 2024 में दी थी। लोक निर्माण विभाग ने 2 महीने पहले ही इस बेली ब्रिज का निर्माण शुरू किया था और लगभग यह काम पूरा हो गया था, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते यह पल ढह गया और टूट कर गधेरे में जा गिरा। गनीमत यह रही कि इस दौरान पुल पर कोई नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
स्थानीय लोगों ने पहले ब्रिज निर्माण की जांच की मांग के साथ ही बरसात से पहले पुल निर्माण करने की मांग की है।