पुरोला: Apple Mission Scheme में नर्सरी आवंटन को लेकर बागवानों में आक्रोश - Mukhyadhara

पुरोला: Apple Mission Scheme में नर्सरी आवंटन को लेकर बागवानों में आक्रोश

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पुरोला: एप्पल मिशन योजना (Apple Mission Scheme) में नर्सरी आवंटन को लेकर बागवानों में आक्रोश

  • पौध लगाने का समय अंतिम पड़ाव पर नही मिले अभी तक सेब की पौध।
  • बाह्य राज्यों की नर्सरी से पौध वितरण पर समस्याओं से बागवान नाराज।

नीरज उत्तराखंडी/पुरोला

उत्तराखण्ड की महत्वकांक्षी योजना एप्पल मिशन के अंतर्गत बागवानों को आ रही समस्याओं को लेकर सोमवार को पुरोला क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक बागवानों की एक बैठक होटल देवभूमि में आयोजित की गयी। बैठक में बागवानों ने एप्पल मिशन योजना में सरकार व विभाग की मिली भगत का आरोप लगाते हुए सरकार द्वारा बाहरी प्रदेशों से चिन्हित नर्सरियों से सेब के पौध आवंटन किए जाने को लेकर रोष प्रकट किया।

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सरकार की एप्पल मिशन योजना के अंतर्गत पुरोला क्षेत्र के लगभग 80- 85 काश्तकारों का चयन सेव बगीचों हेतु किया गया है जिसमें कुल 250 का सेब बगीचा तैयार किया जाना है जिसकी लागत लगभग 3 लाख रुपए है। एप्पल मिशन योजना के अंतर्गत 20% अंशदान काश्तकार द्वारा ₹60000 का ड्राफ्ट लगा दिया गया है जबकि शेष 80% का भुगतान संबंधित विभाग द्वारा नर्सरीयों को किया जाना है ।

बैठक में क्षेत्र से एकत्रित हुए बागवानों श्यालिक राम नौटियाल,कपिल देव,केशव बिजल्वाण आदि ने कहा कि बागवानों में प्रदेश के बाहर की नर्सरी को चिन्हित करने को लेकर तथा मौसम के अनुकूल वर्तमान समय तक सेब के पौधों का आवंटित न किए जाने से काश्तकारों में रोष व्याप्त है।

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उन्होंने कहा कि पौध आवंटन के लिए विभाग ने जम्मू कश्मीर एवं हिमाचल प्रदेश की नर्सरीयों को चयनित किया है,जिससे उनके द्वारा जो पौधे उपलब्ध कराई जाएगी उसकी कोई गारंटी नहीं है जबकि यदि स्थानीय स्तर पर नर्सरियों का चयन किया जाता है तो संबंधित नर्सरी द्वारा सेब के पौधे खराब निकलने पर नर्सरी द्वारा बदला जा सकता है साथ ही बाहर की नर्सरियों द्वारा जो उपलब्ध कराई जा रही है उसमें फैदर रहित पौध हैं जिससे फसल देरी से आने व पौध के कम सफल होने की संभावना अधिक होती है। बागवानों ने आक्रोश व्यक्त कर कहा कि नर्सरी द्वारा काश्तकारों के पौध खराब होने को लेकर कोई बॉन्ड नहीं किया जा रहा है जो सरासर गलत है। बागवानों ने कहा कि यदि समस्या का शीघ्र समाधान नहीं होता है तो काश्तकार आंदोलन करने को बाध्य होंगे ।

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बैठक में केशव प्रसाद,शालिकराम नौटियाल, संतलाल, सबल सिंह पंवार,रणवीर सिंह रावत, कपिल देव,लोकेश प्रसाद, मनमोहन सिंह,रणवीर सिंह, जसवीर डोटीयाल आदि उपस्थित रहे।

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