नयार घाटी में पैराग्लाइडिंग का रोमांच जल्द। साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में होगा मील का पत्थर साबित
अजय रावत ‘अजेय’
पौड़ी। कुदरत के ख़ज़ानों से लैस लेकिन पर्यटकों की नज़रों से दूर पौड़ी जनपद की नयार घाटी में बहुत जल्द पैराग्लाइडिंग का रोमांच देखने को मिल सकेगा। इसका ट्रायल पूरा हो गया है, जो सौ फ़ीसदी सफल रहा, इससे संचालनकर्ता पलायन एक चिंतन अभियान के सदस्यों में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
पर्यटन को रोजगार का जरिया बनाकर पलायन रोकने की दिशा में पलायन एक चिंतन अभियान द्वारा बिना किसी सरकारी, गैर सरकारी और बाह्य सहायता के अनेक तरह के ज़मीनी प्रयोग शुरू किए गए हैं,
इसके तहत बांघाट शीला गांव के जागरूक ग्रामीणों के सहयोग व सद्भावना से पहले “पर्वतीय कृषि व आजीविका उन्नयन केंद्र” को शुरू किया गया, तत्पश्चात पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए द कैंप गोल्डन महासीर के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है।
इस बीच घाटी व आस पास साहसिक पर्यटन की तलाश में पैरा ग्लाइडिंग का ट्रायल भी किया गया तो 100 फीसद सफल रहा। इसे देख क्षेत्रवासियों में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इस प्रकार नयारघाटी में पैराग्लाइडिंग का भविष्य उज्ज्वल नज़र आ रहा है, जो आजीविका का बड़ा साधन बन सकेगा।
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इसी प्रकार ऐतिहासिक “ढाकर रुट ट्रेक” के साथ अदवाणी, मुंडेश्वर क्षेत्र में भी तमाम तरह के पर्यटक स्थलों के विकास की दिशा में पलायन एक चिंतन अभियान द्वारा कार्य शुरू कर दिया गया है। सभी लोगों के सहयोग व सद्भावना से आने वाले समय में यह पूरा इलाका विश्व पर्यटन के नक्शे पर होगा।
बहरहाल, सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में सतपुली की कि नयारघाटी में पैराग्लाइडिंग का रोमांच देखने को मिलेगा। इससे क्षेत्रवासियों को रोजगार भी मिल सकेगा। यह साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।