रुद्रपुर/मुख्यधारा
जब पुलिस के जवान ही चरस तस्करी के अवैध कारोबार में उतर जाएं तो कानून व्यवस्था चरमराना स्वाभाविक है। गत दिवस ऊधमसिंहनगर जनपद के किच्छा इलाके में पुलिस के दो जवानों को अवैध चरस के साथ गिरप्तार किया गया है। इसके अलावा दो चरस
तस्कर भी पुलिस की पकड़ में आए हैं। इन सभी के कब्जे से करीब आठ किलो चरस बरामद की गई है।
दरअसल, सवाल चरस तस्करी का नहीं है। प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों से समय-समय पर चरस तस्करी करने वाले कई लोगों को उत्तराखंड पुलिस बड़ी मुस्तैदी से पकड़ती रही है, किंतु प्रदेश के आम जन को हैरानी तब हो जाती है, जब उत्तराखंड पुलिस के दो जवान वर्दी की आड़ में चरस तस्करी के गंदे धंधे में उतर जाते हैं। ऐसा कर वह पुलिस विभाग के प्रति भी विश्वासघात कर रहे थे।
एसएसपी ऊधमसिंहनगर दलीप सिंह कुंवर के अनुसार लालपुर मजार की पुलिया के समीप पुलिस ने दो कारों को रोका, जिनमें सवार चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 8 किलो चरस बरामद की गई। पुलिस की छानबीन में पता चला होंडा अमेज कार में विपुल सैला पुत्र चंद्र सैला निवासी खटीमा और पीयूष खड़ायत पुत्र बहादुर सिंह निवासी खटीमा बैठे हुए थे।
दूसरी कार में प्रभात सिंह बिष्ट पुत्र मोहन सिंह बिष्ट, खटीमा और दीपक पांडे पुत्र मुरलीधर पांडे, लोहाघाट चंपावत बैठे थे। इस दौरान पुलिस को हैरानी हुई कि उक्त दोनो व्यक्ति उनके पास से 6.91 किलो चरस बरामद की गई, जबकि अन्य दो लोगों से 1. 94 किलो चरस बरामद हुई।
पुलिस ने दोनों कार को जब्त कर इन चारों व्यक्तियों को गिरप्तार कर लिया। उनके खिलाफ चरस की तस्करी करने के आरोप में एनडीपीएस की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। पिथौराढ़ पुलिस ने दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है।
इस संबंध में एसएसपी ऊधमसिंहनगर दिलीप सिंह कुंवर का कहना है कि नशे में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को पुलिस नहीं बख्शेगी। उन्होंने कहा कि नशा कारोबार से जो भी जुड़ा हुआ पाया गया, उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।