मुख्यधारा/देहरादून
विधानसभा सत्र से पहले ऋषिकेश से विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल (Premchand agrawal) को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें विधायी एवं संसदीय कार्यों की जिम्मेदारी मिली है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की संस्तुति के बाद उन्हें यह दायित्व दिया गया है।
उत्तराखंड में आगामी 29 मार्च से विधानसभा सत्र आहूत किया गया है। अब सत्र के दौरान प्रेमचन्द अग्रवाल (Premchand agrawal) विधायी एवं संसदीय कार्यों का निर्वहन करेंगे।
बताते चलें कि प्रेमचन्द अग्रवाल (Premchand agrawal) निवर्तमान भाजपा सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में उनके विधायी एवं संसदीय अनुभवों का लाभ वर्तमान में सदन को मिलेगा।
उत्तराखंड में 23 मार्च को नवनिर्वचित सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया था। जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर धामी सहित आठ कैबिनेट मंत्रियों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी। तभी से मंत्रियों को पोर्टफोलियो बांटे जाने के कयास लगाए जा रहे हैं।
अब 29 मार्च से सत्र आयोजित होना है, किंतु अभी तक मंत्रियों के विभाग नहीं बांटे जा सके हैं। संभावना जताई जा रही है कि कई महत्वपूर्ण विभागों को सीएम अपने पास रख सकते हैं।
वहीं इस बात के कयास भी लगाए जा रहे हैं कि इस बार मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया जा सकता है।
गत दिवस सीएम धामी लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए थे।
बहरहाल, अब देखना यह होगा कि उत्तराखंड के नए मंत्रियों को कब तक विभागों का आवंटन किया जाता है।