देहरादून। उत्तराखंड ऊर्जा निगम के गदरपुर में लाखों का गोलमाल (corruption) सामने आया है। जिस पर एक अधिशासी अभियंता सहित चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार ऊर्जा निगम से जुड़ा यह मामला उधमसिंहनगर जनपद स्थित गदरपुर सब डिवीजन का है। बताया गया कि यहां कुछ समय पहले एक सहायक लेखा अधिकारी को भेजा गया। उन्होंने यहां वित्तीय लेखा जोखा की जांच पड़ताल की। जहां उन्हें कई अनियमितताएं (corruption) पाई गई। जब उनके द्वारा और जांच की गई तो यह बात निकलकर सामने आई कि यहां करीब एक साल से बिजली बिल के रूप में जितना राजस्व खजाने में जमा होना था, वह नहीं हो पाया। इसकी शिकायत तत्काल उच्च अधिकारियों को कर दी गई।
इसके बाद कई और परतें खुली और यह बात भी सामने आई कि यह धनराशि ऊर्जा निगम के खाते में जमा ही नहीं हुई। इस पर रुद्रपुर जोन के मुख्य अभियंता ने कैशियर पुष्पेंद्र शर्मा को सस्पेंड कर दिया। इसी कड़ी में गत सायं मुख्यालय से अधिशासी अभियंता गोविंद सिंह कार्की, एसडीओ फरमान हैदर जैदी एवं सहायक अभियंता राजस्व संजय कुमार को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
ऊर्जा निगम के निदेशक ऑपरेशन एमएल प्रसाद के अनुसार इस प्रकरण की जांच एसई राजकुमार को सौंपी गई है। उन्हीं की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की गई है।
जीएम मानव संसाधन डीएस खाती ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एक ईई सहित चार कर्मियों को सस्पेंड किया गया है। प्रथम दृष्टया उक्त कर्मचारी दोषी पाए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है। उसके उपरांत ही आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।