पौड़ी। नकल के जरिए वन आरक्षी का सपना दिखाने वाले गिरोह के एक व्यक्ति विजयदीप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह से जुड़े 2 लोग पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
बताते चलें कि 17 फरवरी 20 को गोपाल सिंह, नि. बूड़पुरजट नारसन कला, थाना मंगलौर, जनपद हरिद्वार ने पौड़ी पुलिस को प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि 16.02.2020 को उत्तराखंड वन आरक्षी की परीक्षा में कुछ व्यक्तियों द्वारा उसके पुत्र, जो कि उक्त परीक्षा का अभ्यर्थी था, को नकल कराने का लालच देकर तथा उक्त परीक्षा में पास कराकर वन आरक्षी की नौकरी लगाने की गारंटी देकर धोखाधड़ी की गई। प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली पौड़ी में मु0अ0सं0 14/2020, धारा 420/120(बी)/201 भादवि0 व 9/10 उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा नकल निवारण अधि. बनाम पंकज आदि तीन युवक पंजीकृत किया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल दलीप सिंह कुंवर के आदेशानुसार क्षेत्राधिकारी सदर वंदना वर्मा को उपरोक्त अभियोग की विवेचना सौंपते हुए जनपद स्तर पर पुलिस टीम का गठन किया गया। अभियुक्त जुुड़े दो लोग सुधीर एवं कुलदीप को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। विवेचना क्षेत्राधिकारी सदर वंदना वर्मा विवेचना अधिकारी रहते हुए सी.आई.यू. टीम कोटद्वार को अपने सहयोग के लिए लगाया। मामले की विवेचना करते हुए जनपद स्तर पर गठित पुलिस टीम द्वारा 13 जून 2020 को प्रकाश में आये अन्य अभियुक्त विजयदीप, पुत्र गोपाल सिंह, निवासी बुडपुरजट, थाना मंगलौर, जिला हरिद्वार, जो लगातार फरार चल रहा था, जिस हेतु न्यायालय द्वारा अभियुक्त के विरुद्ध Non Bailable Warrant जारी किया गया था, को पुलिस टीम द्वारा जनपद मुजफ्फनगर उ0प्र0 से गिरफ्तार कर लिया गया। अभियुक्त को न्यायालय पौड़ी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।जहां से न्यायालय ने अभियुक्त विजयदीप को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अभियुक्त से तलाशी में प्रश्न पत्र, ओर.आर.एम. शीट एवं ब्लूटूथ डिवाइस बरामद कर ली गई है।