राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने यूपी-उत्तराखंड और बिहार समेत सात राज्यों के उम्मीदवारों के नामों का किया एलान, देखें किसको मिला टिकट
महेंद्र भट्ट (Mahendra Bhatt) बने राज्य सभा के लिए भाजपा के उम्मीदवार
मुख्यधारा डेस्क
भारतीय जनता पार्टी ने इसी महीने के आखिरी में होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए रविवार रात बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल से अपने 14 उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है। बिहार के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी का नाम भी सूची में शामिल नहीं है। इसके साथ जीतन राम मांझी को भी भाजपा ने उम्मीदवार नहीं बनाया है।
बिहार में राज्यसभा के लिए छह रिक्तियां हैं और सत्तारूढ़ राजग व विपक्षी दल अपने संख्या बल के आधार पर तीन-तीन सीटें जीत सकते हैं। एक सीट पर भाजपा के सहयोगी दल जदयू द्वारा प्रत्याशी घोषित किए जाने की संभावना है।
आरपीएन सिंह और सुधांशु त्रिवेदी को उत्तर प्रदेश से उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा पार्टी ने बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल से अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। भाजपा ने सुभाष बराला को हरियाणा से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट (Mahendra Bhatt) को उत्तराखंड से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया गया है।
पार्टी ने बिहार बीजेपी महिला मोर्चा अध्यक्ष धरमशिला गुप्ता को भी उम्मीदवार घोषित किया है और नीतीश कुमार के पूर्व सहयोगी रहे भीम सिंह को भी उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा कर्नाटक से नारायण कृष्णासा भांडगे, छत्तीसगढ़ से राजा देवेंद्र प्रताप सिंह और पश्चिम बंगाल से सामनि भट्टाचार्य को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत और नवीन जैन को उत्तर प्रदेश से उम्मीदवार घोषित किया गया है। वहीं उत्तराखंड से राज्यसभा के लिए महेंद्र भट्ट का नाम तय किया गया है। वे फिलहाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हैं। भट्ट मौजूदा राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की जगह राज्यसभा जाएंगे। भट्ट बद्रीनाथ से विधायक भी रह चुके हैं।
राज्यसभा चुनाव के लिए जनता वोटिंग नहीं करती है, राज्य के विधायक मतदान करते हैं
पिछले दिनों भारत निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र की छह सीटों सहित 56 राज्यसभा सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव 27 फरवरी को कराने की घोषणा की थी।
राज्यसभा के लिए उत्तर प्रदेश की 10 सीटें, महाराष्ट्र और बिहार की छह-छह, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल की 5-5, गुजरात और कर्नाटक में 4-4, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और राजस्थान में 3-3 सीट, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड (एक-एक सीट) शामिल है।
अप्रैल की शुरुआत में 56 मौजूदा सांसदों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद सीटें भरने के लिए चुनाव हो रहे हैं। मतदान 27 फरवरी को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। उसके बाद वोटों की गिनती होगी और चुनाव प्रक्रिया 29 फरवरी तक पूरी हो जाएगी।
राज्यसभा सदस्यों के लिए चुनाव की प्रक्रिया अन्य चुनावों से काफी अलग है। राज्यसभा के सदस्य अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं। यानी राज्यसभा सदस्यों का चुनाव सीधे जनता नहीं करती, बल्कि जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि राज्यसभा सदस्यों को चुनते हैं।
राज्यसभा चुनाव में राज्यों के विधायक मतदान करते हैं। इस चुनाव में सीधे जनता वोटिंग नहीं करती है। इस चुनाव में जिस पार्टी के पास विधायकों की संख्या अधिक होती है उस पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार की जीत तय होती है।
राज्यसभा सीटों का आवंटन राज्य की जनसंख्या के आधार पर तय होता है। जिस राज्य में जितनी जनसंख्या है उस राज्य को उसी हिसाब से सीटें मिलती हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 31 राज्यसभा की सीटें हैं।
राज्यसभा को संसद का उच्च सदन कहा जाता है। राज्यसभा एक स्थायी सदन है। यानी कि ये कभी भंग नहीं हो सकता है। इसके एक तिहाई सदस्य हर दो साल के बाद रिटायर होते हैं। राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल छह साल का होता है। लोकसभा का कार्यकाल पांच साल का होता है और वह अस्थायी सदन है।
बता दें कि देश में राज्यसभा सीटों की कुल संख्या 245 हैं। इनमें से 233 सीटों पर अप्रत्यक्ष रूप से चुनाव होते हैं और 12 सदस्यों को राष्ट्रपति मनोनीत करते हैं।
जमीन से जुड़े कार्यकर्ता को भाजपा मे ही मिलती है तवज्जो : चौहान
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट उत्तराखंड से भाजपा के राज्य सभा उम्मीदवार घोषित किये गए है।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी की ओर से 7 राज्यों के 15 उम्मीदवारों की सूची जारी की गयी है।
चौहान ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट जमीन से जुड़े कार्यकर्ता रहे हैं और पार्टी ने समय समय पर उन्हे कई जिम्मेदारी दी जिस पर वह खरे उतरे हैं।
भट्ट ने राज्य मे संगठन विस्तार और कार्यकर्ताओ को जोड़ने का अहम कार्य किया है जिसके सुखद परिणाम सामने है। उनके मिलनसार स्वभाव और हर कार्यकर्ता की बात को सुनने के साथ समर्पण तथा बेदाग छवि से वह आज हर कार्यकर्ता के लिए प्रेरक बने हुए है।
उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान का यह बेहतर निर्णय है और इससे साफ है कि हमेशा ही कार्यकर्ता आधारित भाजपा मे समर्पित कार्यकर्ता को सदैव तवज्जो दी जाती है।