भाजपा के बयान पर कांग्रेस का पलटवार : हिन्दू धर्म की आड़ में लोगों की भावनाएं भड़का कर चुनावी लाभ लेना चाहती है भाजपा : करन माहरा
देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट द्वारा कांग्रेस पार्टी को सनातन धर्म के खिलाफ बताये जाने वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।
करन माहरा ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट भूल रहे हैं कि भारत में आर्य समाज की स्थापना कांग्रेस के समय हुई थी तथा विश्व प्रसिद्ध सोमनाथ मन्दिर का जीर्णोद्धार कांग्रेस शासन में हुआ था तथा भाजपा जिस राम मंदिर निर्माण का श्रेय स्वयं ले रही है उसका ताला भी स्व0 राजीव गांधी के कार्यकाल में खुलवाया गया था। यही नहीं केदारनाथ में आई भीषण आपदा के बाद जब भारतीय जनता पार्टी के नेता देश विदेश में दुष्प्रचार करते फिर रहे थे कि उत्तराखंड के चारधामों की यात्रा सुमन नहीं है, तब कांग्रेस सरकार ने एक वर्ष के कार्यकाल में ही श्री केदारनाथ जी की सुगम यात्रा शुरू करने में कामयाबी हांसिल की थी तथा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्वयं श्री केदारनाथ की पैदल यात्रा कर पूरे विश्व में एक संदेश देने का काम किया कि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में कोई बाधा नहीं है।
करन माहरा ने कहा कि भाजपा केवल अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए हिन्दू धर्म की आड में लोगों की भावनायें भड़का कर चुनावी लाभ लेना चाहती है तथा इस चुनाव में भी भाजपा के नेता चाहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हों, चाहे गृह मंत्री अमित शाह या प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, वे केवल लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जहां तक रही चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं की बात तो चारधाम यात्रा की व्यवस्थायें पहले दिन से ही चरमराई हुई हैं तथा तीर्थ यात्रियों को सरकारी अव्यवस्थाओं से दो चार होना पड़ रहा है।
सनातन धामों की बढ़ती ख्याति और आर्थिक लाभ नहीं चाहती कांग्रेस : भट्ट
भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने श्री बद्री विशाल के कपाट खुलने पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए, सफल और सुरक्षित यात्रा की कामना करते हुए चारों धामों में क्षमता से अधिक भीड़ पहुंचने पर चिंता व्यक्त की और श्रद्धालुओं एवं स्थानीय लोगों से गाइडलाइन का पालन करते हुए प्रशासन को सहयोग करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देवभूमि के सनातन धामों की बढ़ती ख्याति और उससे होने वाले आर्थिक लाभ दोनो नही चाहती है।
यमुनोत्री धाम समेत यात्रा मार्ग पर जाम की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सड़क परिवहन, आवास, बिजली, पानी, स्वास्थ्य आदि की शानदार व्यवस्था एवं सनातनियों का उत्साह इस बार चरम पर है। यही वजह हैं कि यात्रा शुरू होने के पहले दिन से रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु देवभूमि का रुख कर रहे हैं । जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में सरकार ने यात्रियों में लिए सभी पुख्ता इंतजाम किया है। चारों धामों की क्षमता के मद्देनजर ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण संख्या भी निर्धारित की गई है । लेकिन भक्तों में भगवान के दर्शन को लेकर उत्साह, उन्हे उम्मीद से कई गुना अधिक संख्या में चारों धामों तक खींच लाया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन की समझदारी और सक्रियता की प्रशंसा की, जिन्होंने श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित कर, यात्रा को सुगम एवं व्यवस्थित किया है।
भट्ट ने बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों एवं स्थानीय निवासियों से शुरुआती दिनों के अनुभवों को देखते हुए सरकार की गाइडलाइन का पालन करनें का आग्रह किया है। क्योंकि यात्रा के पुराने अनुभवों, चारो धामों एवं उनके मार्गों की आवास और ट्रैफिक क्षमता के अतिरिक्त स्वास्थ्य, बिजली पानी एवं अन्य जरूरी सुविधाओं के आधार पर ही गाइडलाइन निर्धारित की जाती है। लिहाजा सुरक्षित यात्रा के लिएं यात्रियों का सहयोग बेहद आवश्यक है। साथ ही स्थानीय लोगों विशेषकर व्यवसायियों से भी आग्रह किया कि सरकार भी सफल यात्रा से प्रदेश की आर्थिकी को मजबूत करना चाहती हैं। चूंकि यात्रा की सफलता के लिए उसका सुरक्षित होना भी जरूरी होता है, इसे हम सबको समझना होगा । लिहाजा शासन प्रशासन को व्यवस्था को सुचारू रखने एवं ट्रैफिक नियंत्रण के लिए सभी लोगों का सहयोग अतिआवश्यक है। क्योंकि जिस तरह यात्रा की शुरुआत हुई है, उससे स्पष्ट दिखाई देता है कि यह सीजन तीर्थयात्रियों का आंकड़ा पुराने सभी रिकॉर्ड से मीलों आगे जाने वाला है । लिहाजा हमे अच्छे नागरिक के कर्तव्य का निर्वहन करते हुए देवभूमि की छवि को और अधिक निखारना है, ताकि विश्व में पर्यटन के मानचित्र पर उत्तराखंड शीर्ष पर स्थापित हो ।
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उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार कर कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते कभी चार धामों के विकास को लेकर अरुचि दिखायी और सनातन संस्कृति के इन शीर्ष पावन स्थलों तक पहुंचने वाले मार्गों को बेहतर और सुगम बनाने का विचार तक नही किया। कांग्रेस यात्रा के बारे मे भ्रामक दुष्पटाचार कर राज्य कि छवि को खराब करना चाहती है और इसका असर अर्थिकी पर भी पड़ेगा जो कि कांग्रेस की नीति रही है।