Weather : केरल में एंट्री देने के बाद मानसून ने अभी तक रफ्तार के साथ 17 राज्यों को किया कवर, खूब हो रही बारिश
मुख्यधारा डेस्क
इस बार मौसम का मिजाज कमाल कर रहा है। इस साल मानसून ने केरल में आठ दिन पहले दस्तक दे दी। इसके बाद मानसून की रफ्तार तेजी से अन्य राज्यों की ओर बढ़ रही है। जबकि आमतौर पर होता है कि मानसून 1 जून के आसपास आता है और 10 जून के बाद अन्य राज्यों में प्रवेश करता है।
आज 29 मई है। इस तारीख को उत्तर भारत के राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप रहता है। लेकिन इस बार तस्वीर बदली हुई है। देश में मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। पहाड़ी राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से भी बारिश हो रही है । पूरे दक्षिण भारत, आंशिक मध्य भारत और पूर्वोत्तर के बाद बुधवार को मानसून ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भी दस्तक दे दी। छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मानसून के समय से पहले पहुंचने के साथ ही अब 17 राज्यों में इसने दस्तक दे दी है।
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महाराष्ट्र के मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़ में आज भारी बारिश हो रही है। यहां बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। बदलापुर, उल्हासनगर, कल्याण, डोंबिवली और ठाणे के अलग-अलग इलाकों में जलभराव हो गया है।बिहार के 12 जिलों में आज बारिश का यलो अलर्ट है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ समेत राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, गोवा के कई हिस्सों में आज और कल बारिश के आसार हैं। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश के साथ आंधी-तूफान आने की संभावना है।
पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर धूल भरी आंधी आने की भी संभावना है। मौसम विभाग ने ओडिशा में अगले चार से पांच दिन भारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है। ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी हिस्से पर निम्न दबाव का क्षेत्र है। इसके धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में डिप्रेशन में केंद्रित होने की संभावना है। 30 मई तक पूर्वोत्तर राज्यों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बहुत भारी से भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के दौरान पश्चिमी तट (केरल, कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र और गोवा) में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और आस-पास के इलाकों में इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, केरल और तमिलनाडु के कुछ इलाकों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है। मध्य और दक्षिण भारत में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है।
उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य, जबकि पूर्वोत्तर में सामान्य से कम बारिश हो सकती है। मानसून के कोर जोन में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और आसपास के इलाके शामिल हैं। इनमें अधिकांश बारिश साउथ वेस्ट मानसून के दौरान होती है। यह रीजन खेती के लिए मानसूनी बारिश पर बहुत ज्यादा निर्भर करता है।