देहरादून/मुख्यधारा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना(suryakant dhasmana) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मुरीद हो गए हैं। यह बात स्वयं धस्माना ने अपने समर्थकों को बताई है।
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना को गत दिवस किसी मु़द्दे को लेकर अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ पुष्कर सिंह धामी से मिलना था।
इस पर उन्होंने कार्यालय से समय मांगा। इस पर उन्हें कहा गया कि सीएम आवास आ जाएं, किंतु जब धस्माना ने प्रतिनिधिमंडल में लोगों की संख्या ज्यादा बताई तो कहा गया कि आप जहां भी चाहें आ जाइए। इस पर वे सभी लोगों के साथ सीएम आवास पहुंच गए। इस दौरान जब उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हुई, तो इस दौरान धामी की ओर से किया गया शिष्टाचार व सभ्य आचरण ने धस्माना को बहुत प्रभावित किया।
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इस पर धस्माना(suryakant dhasmana) ने सीएम धामी की तुलना तुलसीदास की इस चौपाई ‘नहीं कोई अस… मद नाहीं’ से करते हुए कहा कि ये पुष्कर सिंह धामी के मामले में अतिशयोक्ति लगती है।
बताते चलें कि सीएम धामी को अपने पहले कार्यकाल में करीब सात माह प्रदेश की सेवा करने का अवसर मिला। इस दौरान उन्होंने जनहित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए तो पूर्व में लिए गए कई अव्यावहारिक फैसलों को पलटा भी। इस छोटे से कार्यकाल में उन्होंने प्रदेश में अपनी अलग छाप छोड़ी। उनके बारे में कहा जाता है कि धामी सर्वसुलभ सीएम हैं, यदि कोई उनके पास जाता है तो उसकी समस्या पूरी सुनी जाती है।
यही कारण है कि विधानसभा चुनाव में चुनाव हारने के बावजूद उन्हें पुन: उत्तराखंड की कमान सौंपी गई। यही नहीं उनके लिए सीट छोडऩे के लिए कई विधायक आगे आए। जिसमें पार्टी विधायकों के साथ ही निर्दलीय और यहां तक कि कांग्रेस विधायकों ने भी सीट छोडऩे की पेशकश की। हालांकि यह अलग बात है कि ऐसा नहीं हुआ और आज सुबह सत्तारूढ़ दल के चंपावत विधायक कैलाश गहतोड़ी ने ही अपने पद से इस्तीफा देकर सीएम धामी के लिए सीट खाली कर दी है।
बहरहाल, राजनीति अपनी जगह है, किंतु सभ्य और शिष्टााचर व्यक्ति के पद पर चार चांद लगा देते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना(suryakant dhasmana) यूं ही नहीं हुए सीएम धामी के मुरीद!