पिथौरागढ़/मुख्यधारा
कलियुग में मां(maa) की ममता भी साथ छोड़ने लगी। हाल ही में प्रकाश में आए ऐसे प्रकरण तो यही कटु सत्य बयां कर रहे हैं। ताजा मामला जनपद पिथौरागढ़ से सामने आया है, जहां एक महिला(maa) के तीसरी बच्ची पैदा होने पर महिला ने उसे जंगल में ही भगवान भरोसे छोड़ दिया और स्वयं घर आ गई। मां (maa) के इस निर्ममतापूर्ण व्यवहार से हर किसी का दिल पिघल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मामला पिथौरागढ जनपद के गंगोलीहाट से सामने आया है, जहां किराये में रहने वाली एक महिला ने दौलीगाड़ गांव के जंगल में एक बच्ची को जन्म दिया। पुत्र की चाह में अंधी मां(maa) को कन्या के जन्म होने का पता चला तो उसने अपनी बच्ची को त्यागने का मन बना लिया। वह बच्ची को जंगल में अकेले छोड़कर स्वयं अपने घर लौट आई। महिला के पहले से ही दो बेटी व एक बेटा हैं, जो जंगल में महिला के साथ ही थे।
पुलिस के अनुसार मामला बीती 10 मई का है। पुलिस को जानकारी मिली कि एक गर्भवती महिला अपने तीन बच्चों के साथ घर से लापता है। पुलिस ने छानबीन कर उक्त महिला तक पहुंची तो यह राज खुला। पुलिस महिला को जंगल में उस स्थान पर भी ले गई, किंतु बच्ची का शव वहां नहीं मिला। महिला ने पुलिस को बताया कि बच्ची के पैदा होने पर उसने उसे वहीं जंगल में एक जगह रख दिया और घर आ गई। अगले दिन फिर महिला उसे देखने के लिए उसी जगह पर बच्ची को देखने के लिए गई, किंतु तब उसकी मौत हो चुकी थी। इस पर उसने बच्ची के शव को वहीं पर एक गड्ढे में रख दिया।
पुलिस ने उक्त महिला के खिलाफ धारा 315, 317 व 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। साथ ही महिला का चालान कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताया गया कि महिला का पति चंडीगढ में प्राइवेट नौकरी करता है। आजकल वह घर आया हुआ है। अब महिला के तीनों बच्चों को दादा-दादी व पिता के पास रखे गए हैं।