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अनु.जाति के दो भाईयों की बर्बरतापूर्ण पिटाई 21वीं सदी में शैतानी कृत्य जैसा

admin
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राजस्थान, नागौर। 21वीं सदी के अत्यंत अत्याधुनिक और सभ्य कहलाए जाने वाले युग में राजस्थान के नागौर इलाके में दिल को झकझोरने वाला एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है, जो मानवीय दुनिया से दूर किसी शैतान का कृत्य प्रतीत हो रहा है। उत्पीडऩ की हदें पार करने वाली यह घटना अनुसूचित जाति के दो युवकों के साथ घटित हुई। आइए थोड़ा विस्तार से घटना पर प्रकाश डालते हैं।
यह घटना राजस्थान के नागौर जिले का पांचोड़ी थाने इलाके के अंतर्गत करणू गांव की है। जानकारी के मुताबिक 16 फरवरी 2020 को करणू गांव के हीरो सर्विस सेंटर पर दो युवक गाड़ी की सर्विस कराने पहुंचे। वह युवक वहां खड़े ही हुए थे कि रिसेप्शन पर बैठे युवक ने उन पर चोरी का आरोप लगा दिया और उन्हें धकियाते हुए उनसे मारपीट शुरू कर दी। इस पूरे घटनाक्रम का निर्मम वीडियो पूरे देशभर में वायरल हो रहा है। वीडियो को शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो, जो इसे पूरा देख सके। लेकिन उन दबंग युवकों ने अनुसूचित जाति के दो युवकों के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार किया, जिससे वाकई 21वीं सदी के भारतवासी स्वयं को शर्मसार महसूस कर रहे हैं।
वीडियो में कुछ युवक दो लड़कों को गालियां देते हुए चमड़े के बेल्ट और डंडों से बुरी तरह पीटते नजर आ रहे हैं। पीडि़त युवक चिल्ला-चिल्लाकर उनसे न्याय की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन मारने वाले चार-पांच लोग लगातार उन्हें मारते जा रहे हैं। इस दौरान एक युवक को घसीटते हुए नंगा कर उसके गुप्तांग में पेचकस से पेट्रोल डालते हुए दिखाई दे रहा है। इन युवकों पर पूरी तरह खुन्नस उतारने के बाद दबंग युवकों ने इसका वीडियो भी वायरल कर दिया। यही नहीं धमकी भी दी गई कि यदि किसी को बताया तो गांव में घर में घुसकर मार देंगे व घर जला देंगे।

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आज के सभ्य समाज में इस तरह की जघन्य घटना किसी आतंक से कम नहीं कही जा सकती। इस घटना का वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, अनुसूचित जाति समाज के लोगों ने डरे-सहमे युवकों के साथ मिलकर इस पूरे मामले में थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। नामजद रिपोर्ट के बाद पुलिस ने 5 आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। पांचौड़ी थाना पुलिस इन युवकों से पूछताछ कर रही है।
हालांकि गिरफ्तार युवकों ने पीडि़त युवकों पर चोरी का आरोप लगाया है। अब सवाल यह है कि यदि उन दोनों युवकों ने वास्तव में चोरी की घटना को अंजाम दिया था, तो भी दबंग युवकों को इस तरह कानून अपने हाथ में लेने की छूट तो नहीं मिली हुई थी? वे इस संबंध में पुलिस थाने में मामला दर्ज करा सकते थे। जांच होती तो दोषियों को दंड मिल सकता था, लेकिन दबंग युवकों ने गरीबी व निर्बलता का फायदा उठाते हुए अनुसूचित जाति के दो युवकों का जिस बर्बरतापूर्वक उत्पीडऩ किया, ऐसा उत्पीडऩ इन दोनों युवकों को आजन्म जख्म दे गया है, जो किसी भी संजीवनी से कभी नहीं भर सकता। वाकई इस तरह का कृत्य कोई इंसान करना तो दूर, इस तरह की सोच भी नहीं सकता है।
बहरहाल, गरीब, अल्पसंख्यक व अनुसूचित जाति की सच्ची हितैषी का दावा करने वाली कांग्रेस अब राजस्थान में कांग्रेस सरकार होने के बावजूद ताकत और पहुंच का फायदा उठाने वाले ऐसे दबंग लोगों के खिलाफ क्या कार्यवाही करती है, यह देखने वाली बात होगी!

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