पर्यटन स्थल, ग्रामीण व आपदाग्रस्त क्षेत्रों में लगेंगी सोलर व हाईमास्क लाइट
जिलाधिकारी ने की सोलर स्ट्रीट व हाईमास्क लाइटों की समीक्षा, अधिकारियों को दिए निर्देश
पौड़ी गढ़वाल/मुख्यधारा
जिला कार्यालय कक्ष में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में सोलर स्ट्रीट लाइट और सोलर हाईमास्क लाइट परियोजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों की प्रकाश व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सोलर लाइटें लगाने के लिए ऐसे स्थलों को प्राथमिकता दी जाय, जो संवेदनशील, आपदा संभावित, जंगल से सटे, पर्यटन महत्व के हों या फिर सार्वजनिक उपयोग में आते हों। उन्होंने विशेष रूप से विद्यालयों, छात्रा आवासों, खेल छात्रावासों और धार्मिक स्थलों पर लाइटें लगाने की आवश्यकता जताई।
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जिलाधिकारी ने कहा कि जहां-जहां सोलर लाइटें खराब हो चुकी हैं या लंबे समय से बंद हैं, उन स्थानों पर भी नई लाइटें लगाई जाएंगी। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि लाइटों की स्थिति का भौतिक सत्यापन करते हुए जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करें, ताकि कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जा सके।
उन्होंने उप जिलाधिकारी, उरेड़ा अधिकारी और खंड विकास अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर स्थलों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रकाश व्यवस्था सुरक्षा और सुविधा दोनों के लिए जरूरी है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्य जनसहयोग और स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जाएगा, जिससे अधिकतम लाभ ग्रामीण और जरूरतमंद क्षेत्रों को मिल सके।
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बैठक में एसडीओ वन आयशा बिष्ट, उरेडा अधिकारी राजेश्वरी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपेश काला उपस्थित थे।