देहरादून। पानी के बिलों पर बेहताशा वृद्धि का आमजन द्वारा किया जा रहा विरोध आखिर काम आ गया। जल संस्थान ने नगर निगम क्षेत्र में बढ़े हुए पानी के बिल वापस लेने की घोषणा की है।
जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक एसके शर्मा ने उनसे मिलने आए नगर निगम पार्षदों को आश्वासन दिया कि पेयजल उपभोक्ता अपने पुराने बिलों के हिसाब से ही बिल जमा कर सकेंगे। जो लोग पानी के बिल जमा कर चुके हैं उनके बिल अगले बिल में समायोजित किए जाएंगे।
सीजेएम एसके शर्मा ने बताया कि बिलों के आंकलन को लेकर जल संस्थान के पास अनेक वार्डों से काफी आपत्तियां आई हैं। जिसके बाद इस मसले को पेयजल सचिव अरविंद हयांकी के सामने रखा गया और सैद्धांतिक रूप से बढ़े हुए बिल वापस लेने का निर्णय लिया गया। इससे पहले निगम पार्षद भूपेन कठैत के नेतृत्व में दर्जनों पार्षदों ने नेहरु काॅलोनी स्थित जल संस्थान मुख्यालय पहुंचकर सीजेएम से मुलाकात की। पार्षदों ने सीजेएम को याद दिलाया कि पानी के बढ़े बिलों को लेकर पार्षदगण पहले भी उनसे मिले थे। जिस पर उन्होंने इस मसले को हल करने के लिए कुछ वक्त मांगा था। पानी के बढ़े बिलों को लेकर संशय चल रहा था। लिहाजा उन्हें दुबारा मिलने के लिए आना पड़ा। इसी दौरान बातचीत में सीजेएम ने बढ़े हुए पानी के बिल वापस लेने की जानकारी पार्षदों को दी।
इस अवसर पर कमली भट्ट, योगेश घाघट, नंदिनी शर्मा, विनोद नेगी, विमल उनियाल, बबीता सिंह, कोहली, महीपाल धीमान, मनमोहन धनई, आलोक कुमार, कमल थापा, संजय नौटियाल, सुशीला रावत, मीरा कठैत, गणेश बड़थ्वाल, सरदार जीवन सिंह आदि मौजूद थे।