मुख्यधारा/रुड़की
लाख प्रयासों के बावजूद रिश्वतखोरी (rishwat) थमने का नाम नहीं ले पा रही है। इसी कड़ी में विजिलेंस टीम ने रुड़की के एक कानूनगो को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रुड़की के मुंडिया निवासी एक व्यक्ति ने रुड़की तहसील में अपनी जमीन का उपयोग परिवर्तित करने के लिए अप्लाई किया था। बताया गया कि इस काम के एवज में वहां कानूनगो ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी। इस पर उक्त व्यक्ति ने अपनी असमर्थता जता दी।
निराश होकर उक्त व्यक्ति ने इसकी शिकायत विजिलेंस से कर दी। इस पर विजिलेंस टीम तत्काल सक्रिय हो गई और अपने स्तर से जांच-पड़ताल में जुट गई।
इसके बाद विजिलेंस टीम ने रिश्वत (rishwat) मांगने वाले कानूनगो को गिरफ्तार करने के लिए प्लान बनाया। रणनीति के तहत शिकायतकर्ता 15 हजार देने के लिए कानूनगो राजकुमार सैनी के पास गया। जैसे ही उसने रिश्वत के पैसे दिए, विजिलेंस टीम ने कानूनगो को गिरफ्तार कर लिया।
विजिलेंस टीम आरोपी से कड़ी पूछताछ में जुटी हुई है। रिश्वत (rishwat) मांगने वाला कानूनगो देहरादून का निवासी बताया जा रहा है।
भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड एप 1064 का शुभारंभ
बताते चलें कि आज ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में विजिलेंस विभाग द्वारा निर्मित एप भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड 1064 का शुभारंभ भी किया है। इस एप पर जो भी शिकायतें आएंगी, उनका शीघ्रातिशीघ्र निस्तारण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचारियों पर सख्त कारवाई की जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का शीघ्र समाधान करने किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के सिद्धान्त पर कार्य किये जाय। जन समस्याओं का समाधान सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने निदेशक सतर्कता को निर्देश दिये कि भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड एप- 1064 का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाय। आम जन को इस एप की पूरी जानकारी हो।
निदेशक सतर्कता अमित सिन्हा ने जानकारी दी कि 1064 नम्बर पर एप के माध्यम से एवं फोन से कोई भी व्यक्ति शिकायत कर सकता है। यह नम्बर भारत सरकार से प्राप्त है। एप के माध्यम से प्रत्येक शिकायत रजिस्टर होगी, जिसका पूरा डाटा सुरक्षित रखा जायेगा। शिकायतकर्ता की पूरी गोपनीयता रखी जायेगी। यह एप हिन्दी एवं अंग्रेजी दानों भाषाओं में है।