ग्राफिक एरा की अचीवर्स मीट में 435 छात्र-छात्राएं सम्मानित

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ग्राफिक एरा की अचीवर्स मीट में 435 छात्र-छात्राएं सम्मानित

पांच वर्षों में बदल जाएगा शिक्षा का स्वरूप: डॉ घनशाला

देहरादून/मुख्यधारा

ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने कहा कि आने वाला दौर आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का है। कमोबेश हर कोर्स में इसका उपयोग बढ़ रहा है। कॉमर्स हो या फाईन आर्ट्स इनसे ए.आई. को जोड़कर कार्य करने के लिए प्रोफेशनल्स की मांग में तेजी से वृद्धि हो रही है।
डॉ घनशाला आज ग्राफिक एरा की अचीवर्स मीट 2025 को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि ए.आई. अब इंजीनियरिंग तक सीमित नहीं रही है। इंग्लिश ऑनर्स के छात्र हों, फाईन आर्ट्स या नेटवर्किंग या फिर किसी अन्य कोर्स के छात्र हों, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का हर विषय के साथ उपयोग बढ़ रहा है। कोई भी कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं को ए.आई. से भी जुड़ना चाहिए। दुनिया की बड़ी कम्पनियों में विभिन्न विषयों के ऐसे प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ रही है, जो अपने विषय में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करना सीखते हैं।

चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने कहा कि अगले पांच वर्षों में शिक्षा का स्वरूप बहुत बदल जायेगा। छात्र छात्राओं को अधिकांश विषयों की शिक्षा घर बैठे वर्चुअल माध्यम से मिलेगी। क्लास रूम की जगह वर्चुअल क्लास ले लेंगी। प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग बढ़ जायेगी। क्लास में आने की आवश्यकता केवल प्रेक्टिकल के लिए होगी। उन्होंने कहा कि सफल उद्यमी बनने के लिए जोखिम लेने की क्षमता के साथ ही नये आइडिये जरूरी हैं। जीवन में सफलताएं पाने के लिए ईगो न होना, इनसिक्योर न होना, इनसिक्योर लोगों से दूर रहना, स्मार्ट सोच रखना और अच्छा स्टोरीटेलर होना जरूरी है।

डॉ घनशाला ने छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब देते हुए अपने अनुभव साझा किए और टाईम मैनेजमेंट व मल्टी टास्किंग के गुर भी सिखाये। डॉ घनशाला ने कहा कि अपने काम की डेप्थ और इन्टेंसिटी को समझा जाये, तो कार्य में दिलचस्पी बढ़ जाती है। रोजगार देने वाला बनने पर ऐसे लोगों को अपने साथ रखा जाना चाहिए जो आपके थॉट प्रोसेस को सपोर्ट करें। अच्छे सलाहकार साथ रखना जरूरी है, लेकिन हर बात को अच्छा कहने वाले अच्छे सलाहकार नहीं होते, आलोचक का साथ होना भी आवश्यक है। उन्होंने सरकार की उद्यमिता और स्टार्ट अप को बढ़ाने वाली योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार अच्छा करने वालों को खुद आगे आकर प्रोत्साहन दे रही है। दुनिया की सबसे छोटी ईसीजी मशीन बनाने वाले ग्राफिक एरा के छात्र को खुद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने खुद सराहा और पुरस्कृत किया।

उन्होंने अचीवर्स और उनके अभिभावकों के अनुरोध पर कई गाने सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। अचीवर्स मीट में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के देहरादून, भीमताल और हल्द्वानी परिसर से 61.99 लाख रुपये तक के बेहतरीन पैकेज लेने वाले, अपनी कक्षाओं के टॉपर, शोध और खेलों में विशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाले 435 छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया। समारोह में डॉ कमल घनशाला के जन्म दिन की खुशी में एक विशाल केक काटा गया। डॉ घनशाला ने अचीवर्स, उनके अभिभावकों और ग्राफिक एरा परिवार के साथ अपना जन्मदिन मनाया। इस मौके पर डॉ कमल घनशाला के अब तक के सफर पर सफरनामा नामक फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।

समारोह में ग्राफिक एरा ग्रुप के मुख्य संरक्षक आर सी घनशाला, ग्राफिक एरा एजुकेशनल सोसायटी की अध्यक्ष लक्ष्मी घनशाला, ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की वाइस चेयरपर्सन डॉ राखी घनशाला, ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ नरपिंदर सिंह, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ राकेश कुमार शर्मा, भीमताल परिसर के निदेशक कर्नल अनिल नायर, हल्द्वानी परिसर के निदेशक डॉ मनीष बिष्ट, अन्य पदाधिकारीगण, शिक्षक और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन साहिब सबलोक ने किया।

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