मुख्यधारा न्यूज़ डेस्क
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के चंपावत जिले के एक छोटे से गांव के पवनदीप राजन का नाम जब सोनी टीवी पर चल रहे प्रसिद्ध सिंगिंग रियलिटी शो 12वें इंडियन आइडल ग्रैंड फिनाले में विनर के रूप में घोषित हुआ तो जहां बॉलीवुड सितारों के बीच पवनदीप को तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ बधाईयां मिल रही थी, समूचा उत्तराखंड खूशी से झूम रहा था तो वहीं ऑडियंस के बीच में बैठी पवनदीप की मां की आंखों से आंसू बह रहे थे। यह खुशी के आंसू थे और उनके कंठ से उस समय अपने हुनरबंद लाडले के लिए कोई शब्द ही नहीं निकल रहे थे और उन्हें अभी भी यकीं नहीं हो रहा था कि पवन दीप विनर बन गए हैं।
सोनी टीवी पर चले प्रसिद्ध सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल 12 का ग्रैंड फिनाले में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के पवनदीप राजन ने सबको पछाड़ते हुए बाजी मार ली है। विजेता बनने पर पवनदीप के नाम की घोषणा होते ही समूचा उत्तराखंड भी खूशी से झूम उठा। इसी के साथ इंडियन आइडल में पवनदीप राजन 12 वें विजेता के रूप मेें अपना नाम दर्ज करवाने में सफल रहे।
जैसा कि शुरू ही देखा जा रहा था कि पवनदीप राजन को अरुणिता कांजीलाल कड़ी टक्कर दे रही थी। इंडियन आइडल के दर्शक भी इन्हीं दोनों में से किसी एक के विनर बनने के कयास लगा रहे थे और आखिर में 15 अगस्त के दिन रियलिटी शो के फाइनल में पवनदीप राजन इंडियन आइडल के विनर बने, जबकि अरुणिता कांजीलाल दूसरे नंबर पर रही।
इसके अलावा सायली कांबले तीसरे, मोहम्मद दानिश चौथे, निहाल टोरो पांचवें और सनमुख प्रिया छठे स्थान पर रही।
इंडियन आइडल 12 बनने पर पवनदीप राजन को ट्रॉफी, स्विफ्ट कार सहित 25 लाख का ईनाम प्रदान किया गया। बताते चलें कि इंडियन आइडल में पवनदीप ने संगीत के दीवानों के बीच अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। उन्हें देशभर से करोड़ों लोगों का समर्थन मिला। उनके कंठ से गीत के तराने जितने मधुर और दिलकश होते हैं, उतने ही वाद्य यंत्रों को बजाने में भी उन्हें महारथ हासिल है। हिंदी गानों के साथ ही उन्हें उत्तराखंडी लोक गीतों और यहां की संस्कृति से भी उन्हें खास लगाव है। यही कारण है कि पहाड़ की टोपी उनके सिर पर हमेशा इस तरह विराजमान रहती है, मानो वह उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर रही हो।