उत्तराखंड में मौसम एक बार फिर से करवट बदलेगा। पर्वतीय इलाकों में जहां बारिश और बर्फबारी के आसार हैं, वहीं मैदानी इलाकों में गुरुवार को धूल भरी आंधी चलने का अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने सभी जिलाधिकारियों और आपदा प्रबंधन विभाग को पत्र भेजा है। मौसम विभाग के अनुसार, 20 फरवरी को देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर जिलों में 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से झक्कड़ (धूल भरी हवाएं) चलने की आशंका है। इसके चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि 19 फरवरी को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर आदि जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, तीन हजार मीटर की ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी की आशंका है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य इलाकों में बादल छाए रहेंगे। वहीं, धूल भरी आंधी भी चलेगी।
भारत मौसम विभाग तथा मौसम केंद्र देहरादून ने 20 फरवरी को जनपद गढ़वाल में कुछ स्थानों में झक्कड़ (वायु गति 40-50 कि0मी0 प्रति घंटा तथा गस्टिंग गति 60 कि0मी0 प्रतिघंटा तक) की सम्भावना व्यक्त की है। साथ ही 21 फरवरी को जनपद पौड़ी में कहीं-कहीं झक्कड़ (वायु गति 50-60 कि0मी0 प्रति घंटा तथा गस्टिंग गति 70 कि0मी0 प्रतिघंटा तक) की सम्भावना व्यक्त की गई है।
इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी सम्भावना व्यक्त की गई है। मौसम विभाग की चेतावनी के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने सभी संबंधित अधिकारियों को जनपद में जनजीवन को सामान्य रखने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये हैं। प्रशासन ने संबंधित विभागों को प्रत्येक स्तर पर तत्परता बनाये रखने को कहा है। सभी संबंधित अधिकारी किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के दूरभाष नं0 01368-221840 तथा मोबाइल नं0 9412082535 पर तत्काल उपलब्ध करायेंगे। जनपद/तहसील स्तर पर आईआरएस प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी अलर्ट की स्थिति में रहेंगे। समस्त चौकी/थाने भी आपदा संबंधी उपकरणों एवं वायरलैस सेट सहित अलर्ट एवं क्रियाशील अवस्था में रहेंगे। इसके अलावा किसी भी अधिकारियों/कर्मचारियों के मोबाइल फोन स्विच आफ नहीं होंगे।