देहरादून/मुख्यधारा
ग्राफिक एरा ने आर्थिक रूप से कमजोर (ई.डब्लू.एस.) परिवारों के बच्चों को जिंदगी संवारने के लिए एक बड़ा उपहार देने की घोषणा की है। ग्राफिक एरा ने ई.डब्लू.एस. श्रेणी के बच्चों से डिप्लोमा इंजीनियरिंग और होटल मैनेजमेंट सार्टीफिकेट कोर्स में ट्यूशन फीस न लेने का निर्णय किया है।
ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला ने आज यह बड़ी घोषणा की। डॉ घनशाला ने कहा कि ग्राफिक एरा के अत्याधुनिक और बड़े इंफ्रास्ट्रैचर का उत्तराखंड के लोगों को लाभ देने के लिए यह कदम उठाया गया है। आर्थिक दुश्वारियों के कारण पहाड़ों के बच्चे प्रतिभा होने के बाद भी तकनीकी शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। ऐसे युवाओं को निशुल्क क्वालिटी एजुकेशनल देने के लिए यह कदम उठाया गया है।
डॉ घनशाला ने कहा कि होटल उद्योग में उत्तराखंड के युवा काफी जाते हैं। पूरी दुनिया में होटल इंडस्ट्री में उत्तराखंड के लोग मिल जाते हैं। होटल इंडस्ट्री के लिए कोई जरूरी कोर्स न करने के कारण उन्हें छोटे स्तर से काम शुरु करना पड़ता है। उच्च स्तरीय विश्वविद्यालय में शिक्षा पाने के बाद ऐसे युवाओं को छोटे स्तर से काम शुरु नहीं करना पड़ेगा। इस तरह वे अपने सपने बेहतरीन अंदाज से पूरे कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के देहरादून और भीमताल परिसर में ई.डब्लू.एस. श्रेणी के बच्चों को कम्प्यूटर साईंस, सिविल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा कराने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में इस श्रेणी के बच्चों को होटल मैनेजमेंट का एक वर्ष का सार्टीफिकेट कोर्स भी ट्यूशन फीस के बगैर कराया जाएगा। ऐसा ही सार्टीफिकेट कोर्स ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के हल्द्वानी परिसर में भी कराया जाएगा। ई.डब्लू.एस. श्रेणी के बच्चों के लिए डिप्लोमा इंजीनियरिंग की तीनों ब्रांच और होटल मैनेजमेंट के सार्टीफिकेट कोर्स में 40-40 सीटें निर्धारित की गई हैं।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ राकेश कुमार शर्मा ने कहा कि आर्थिक कमजोरी को युवाओं के विकास में बाधा न बनने देने के लिए यह पहल की गई है। रोजगार से सीधे तौर पर जुड़े क्षेत्रों में कैरियर बनाने में ग्राफिक एरा के ये कोर्स बहुत मददगार साबित होंगे। पूरी ट्यूशन फीस में छूट के साथ इन पाठ्यक्रमों के लिए चयन मैरिट के आधार पर किया जाएगा और आवासीय व्यवस्था छात्र-छात्राओं को खुद करनी होगी।