जागेश्वर/मुख्यधारा
उत्तराखंड के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड भंग किए जाने के फैसले के बाद बोर्ड में मुख्य कार्यकारी अधिकारी को तैनाती दिए जाने पर प्रदेश सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा किया है।
उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री ने जब बोर्ड भंग करने की घोषणा कर दी है तो फिर उसके बाद बोर्ड में चेयरमैन बनाने का क्या औचित्य है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि सरकार के मन में अभी भी शायद कुछ चल रहा है।
तमाम लोगों ने देवस्थानम बोर्ड का विरोध किया था, कांग्रेस ने भी इसका विरोध किया था।
कुंजवाल ने कहा कि बोर्ड भंग होने के बाद उसमें चेयरमैन तैनात करने पर मुख्यमंत्री को इस पर स्पष्टीकरण करना चाहिए।