सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो शीघ्र कोरोना जैसी महामारी को हराने के लिए अमेरिका द्वारा वैक्सीन तैयार कर ली जाएगी। पहले चरण में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एक वैक्सीन का टेेस्ट पहले राउंड में पास हो गया है। ऐसे में मानव जाति के लिए यह राहत की बात है।
ई बायोमेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक जब चूहे में कोरोना वायरस वैक्सीन का टेस्ट किया गया तो इससे करीब 15 दिनों के भीतर उसमें एंटीबॉडी की उत्पत्ति होनी शुरू हो गई।
अमेरिका के पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी की प्रमुख शोधकर्ता एंड्रिया गैम्बोटो के अनुसार कोरोना वायरस से निपटने के तरीके को उन्होंने भांप लिया है। हालांकि अभी यह वैक्सीन जानवरों में ही सफल हो पाई है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि अगले परीक्षण में इसका परीक्षण इंसानों पर किया जाएगा।
चूहों पर परीक्षण के उत्साहजनक परिणाम के बाद शोधकर्ताओं ने अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) से इसके मानव परीक्षण की अनुमति मांगी है।
आगामी एक-दो माह में इसकी उम्मीद जताई जा रही है। यदि यह प्रयोग पूर्ण रूप से सफल हो जाता है तो बाजार तक पहुंचने में इस वैक्सीन को करीब एक साल का वक्त लग सकता है।
वहीं ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों द्वारा भी कोरोना वायरस के वैक्सीन को लेकर टेस्ट चल रहा है।
भारत में भी कोरोना से निपटने के लिए इसकी दवा बनाने पर जोर-शोर से काम चल रहा है।
भारत बायोटेक ने बताया है कि हम कोरोफ्लू वैक्सीन (CoroFlu), फ्लूजेन कंपनी (FluGen’s flu vaccine) की फ्लू वैक्सीन एमटूएसआर (M2SR) के आधार पर विकसित कर रहे हैं।
कुल मिलाकर यह कोरोना जैसी डरावनी वैश्विक बीमारी की जंग को जीतने के लिए अच्छी खबर मानी जा सकती है। अब देखना यह होगा कि यह वैक्सीन कब तक पूर्ण रूप से तैयार हो पाती है और हिंदुस्तान के बाजारों तक कब तक पहुंच पाती है।