पुरोला। पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल (mla durgeshwar lal) के खिलाफ एसडीएम सोहन सिंह सैनी द्वारा की गई शिकायत पर विधायक ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका पुराना ट्रेक रिकॉर्ड देख लीजिए, वह जहां भी रहे विवादित रहे। वह सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं। जब उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी उत्तरकाशी से की और एसडीएम के पास अपने बचाव के लिए कोई साक्ष्य नहीं हैं तो ऐसे में एसडीएम अपनी तानाशाही कर रहे हैं और विधायक को दबाव में लेने की कोशिश कर रहे हैं।
विधायक दुर्गेश्वर लाल (mla durgeshwar lal) ने कहा कि जिनके धंधे बंद हो गए, जिनकी दुकानें बंद हो गई, जिनका करप्शन बंद हो गया, वह तो एफआईआर दर्ज कराएंगे ही। पुरोला के एसडीएम अपनी तानाशाही कर रहे हैं। आज वह एक विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कह रहे हैं तो फिर जनता के क्या हाल होंगे, आप समझ सकते हैं। वे जनता के बारे में क्या सोचते होंगे।
विधायक (mla durgeshwar lal) ने कहा कि एसडीएम का पिछला ट्रेक रिकॉर्ड आप देखेंगे तो वे पहले भी जहां रहे, वहां भी विवादित रहे। जनता के साथ इन्होंने हमेशा दुर्व्यवहार किया। इनकी पहले एक शिकायत आई है। उस शिकायत में उन्होंने अपने पद और अधिकारों का दुरुपयोग किया है। उन्होंने उसकी जांच न करवा कर अपने कुछ तथाकथित लोगों के साथ मिलकर सांठगांठ करते हुए उस जांच को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया।
विधायक दुर्गेश्वर लाल (mla durgeshwar lal) ने कहा कि कल मैं अपन क्षेत्र के भ्रमण कार्यक्रम पर था। वर्किंग डे में एक एसडीएम सरकारी गाड़ी, सरकारी ड्राइवर, सरकारी तेल, सरकार के धन का दुरुपयोग करते हुए मुझे विकासनगर के जुड्डू में मिले। इस पर मैंने जिलाधिकारी उत्तरकाशी से पूछा कि आपने कहीं एसडीएम पुरोला को सरकारी काम से भेजा हुआ है या वह छुट्टी लेकर गए हैं? उन्होंने इस पर साफ कहा कि उनके संज्ञान में इस तरह की कोई बात नहीं है व छुट्टी लेकर नहीं गए हैं।
विधायक (mla durgeshwar lal) ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह हमेशा वर्किंग डे के दिन शनिवार को सरकारी गाड़ी लेकर अपने घर विकासनगर जाते हैं। इस तरह वे सरकारी धन का दुरुपयोग करते हैं। उनके पास जब इस बात के कोई साक्ष्य नहीं थे तो उन्होंने एक विधायक पर मुकदमा दर्ज करने की शिकायत कर डाली। उन्हें स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से ही यह बात पता चली। इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, ऐसे में उनके जिन तथाकथित एजेंटों ने इसको सोशल मीडिया पर वायरल किया, वह उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराएंगे।
बताते चलें कि एसडीएम पुरोला सोहन सिंह सैनी ने विधायक दुर्गेश्वर लाल (mla durgeshwar lal) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के संबंध में 28 मई 2022 को शिकायत दर्ज कराई है।
देखें एसडीएम का शिकायती पत्र
बहरहाल, उपरोक्त प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच होगी तो तभी इसमें दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा। वैसे भी सरकारी धन का दुरुपयोग कर फिजूलखर्ची और भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टोलरेंस वाली धामी सरकार का कहना है कि इसके लिए उत्तराखंड में कोई जगह नहीं है। धामी सरकार ने अब तक ऐसे कई अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए कड़ा संदेश देने की कोशिश भी की है। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उपरोक्त प्रकरण में क्या निष्कर्ष निकल कर आता है!