न्यूज डेस्क
साल 2001 में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका आतंकी सरगना अल जवाहरी (Al-Zawahiri) की तलाश में था। अमेरिकी हमले का मुख्य आरोपी ओसामा बिन लादेन को तो अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान के एबटाबाद में मार गिराया था।
लादेन के मारे जाने के बाद आतंकी संगठन अलकायदा की कमान अल जवाहरी (Al-Zawahiri) ने संभाल ली थी। आखिरकार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल में दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में शुमार अल जवाहरी को ढेर कर दिया है। अल कायदा का सरगना अल जवाहिरी पर हुए हमले की पहली तस्वीर सामने आई है। इसे अमेरिका की तरफ से जारी किया गया है। इन तस्वीरों में काबुल पर हुए हमले में एक मकान पर धुआं उठता दिख रहा है। अमेरिका ने दावा किया है कि उसने आतंकवादी संगठन अल कायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को एक ड्रोन हमले में मार गिराया है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक जवाहिरी को काबुल में सीआईए ने ड्रोन स्ट्राइक में मार गिराया। अमेरिकी सूत्रों के मुताबिक रविवार की सुबह काबुल के एक घर पर ड्रोन से हमला किया गया।जवाहिरी ने 2011 में अलकायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद इस आतंकी संगठन की कमान संभाली थी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अल जवाहिरी के मारे जाने के बाद राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘हमने जवाहिरी को ढूंढकर मार दिया है। अमेरिका और यहां के लोगों के लिए जो भी खतरा बनेगा, हम उसे नहीं छोड़ेंगे। हम आतंक पर अफगानिस्तान में अटैक जारी रखेंगे’।
बाइडेन ने पहले ट्वीट भी किया, ‘शनिवार को मेरे निर्देश पर अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में हवाई हमला किया, जिसमें अलकायदा का अमीर अयमान अल जवाहिरी मारा गया। इंसाफ हो गया।’11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने 4 कॉमर्शियल प्लेन हाइजैक कर अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर टकरा दिए थे।
अमेरिका में इसे 9/11 अटैक के नाम से जाना जाता है। इस अटैक में 93 देशों के 2 हजार 977 लोग मारे गए थे। इस हमले में ओसामा बिन लादेन, अल जवाहिरी समेत अलकायदा के सभी टेररिस्टों को अमेरिकी जांच एजेंसी ने आरोपी बनाया था। अल जवाहरी के मारे जाने के बाद अफगानिस्तान में तालिबानों को भी बड़ा झटका माना जा रहा है।