राजस्व व रेगुलर पुलिस दल तलाश में जुटी। ग्रामीणों के साथ पुलिस रेस्क्यू टीम लगातार कर रही है तलाश। शुक्रवार दोपहर बाद की घटना, चट्टान से फिसला पैर। नदी में समाने का अंदेशा
नीरज उत्तराखंडी/पुरोला
मोरी सटा गांव के भेड़ बकरी चराने जंगल गये एक अधेड़ व्यक्ति की पैर फिसलने से रुपीन नदी में बह जाने की सूचना है।
पिछले 24 घंटे से काफी तलाश करने के बाद भी चरवाहे का कोई पता नहीं चला है, जबकि परिजनों की सूचना पर शुक्रवार देर सांय ही राजस्व व रेगुलर पुलिस टीम ने मौके पर पंहुच कर रुपीन में तलाशी अभियान शुरू किया किंतु अंधेरा होने तक अधेड़ का कोई पता नहीं चल सका।
मोरी प्रखंड के पट्टी फ़तेह पर्वत के सुदूरवर्ती सटा गांव का चतर सिंह पुत्र ताली सिंह लगभग 46 वर्ष शुक्रवार को गांव के अन्य लोगों के साथ भेड़ बकरी चराने गांव के समीप जंगल में गया था कि भेड़ बकरी को चट्टान से हांकते समय फिसलने से खाई में लुढककर रुपीन नदी में बह गया। साथ के चरवाहों ने जब चतर सिंह को गिरते देखा तो खाई में देर सांय तक खोजबीन की, किंतु कोई पता नहीं चला। बाद में देर सांय को परिजनों ने घटना की सूचना तहसीलदार मोरी व थाना मोरी को दी।
सूचना पर देर सांय को राजस्व व थाना पुलिस की टीम घटनास्थल पर पंहुची व ग्रामीणों के साथ तलाशी अभियान शुरू किया पर शुक्रवार देर साय अंधेरा होने तक चतर सिंह का कोई पता नहीं चला।
शनिवार को सुबह रेस्क्यू टीम ने रुपीन नदी में पुनः खोजबीन शुरू की, किंतु दोपहर बाद तक अधेड़ का कहीं कोई पता नहीं चल पाया।
तहसीलदार चंदन सिंह राणा ने बताया कि शुक्रवार को सटा निवासी चतर सिंह भेड़ चराते समय चट्टान से फिसल कर खाई में गिरने की खबर पर राजस्व पुलिस व रेगुलर पुलिस मौके पर रुपीन नदी में खोजबीन कर रही है, किंतु अभी तक भेड़ पालक का कोई पता नहीं चला है। रेसक्यू दल को चतर सिंह के रुपीन नदी के तेज बहाव में बहनें का अंदेशा है, खोजबीन अभियान जारी है।