महापौर ने मनाया डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr. Shyama Prasad Mukherjee) का बलिदान दिवस
डॉ. मुखर्जी थे देश के सच्चे सपूत : अनिता ममगाई
ऋषिकेश/मुख्यधारा
जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि शुक्रवार को महापौर अनिता ममगाई ने अपने कैंप कार्यालय में सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बलिदान दिवस के रुप में मनाई।
इस दौरान महापौर ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। महापौर ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद ने मां भारती की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित किया। देशहित में अनेक कार्य किए, जिन्हें भुलाना संभव नहीं है। हम सभी को उनके जीवन तथा उनके कार्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए और यह संकल्प लेना चाहिए कि स्वहित से बड़ा देशहित होता है।
कहा कि, डॉ मुखर्जी ने सन 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की और दो निशान, दो विधान और दो संविधान का खुला विरोध किया।उन्होंने ही कश्मीर समस्या को लेकर बड़े संघर्ष की शुरूआत की। तत्कालिक कांग्रेस सरकार के कुचक्र के कारण डॉ. मुखर्जी जेल गए और जेल में ही संदिग्ध हालत में मां भारती की सेवा में अपना जीवन बलिदान किया। डॉ मुखर्जी देश के सच्चे सपूत थे।
श्रद्वांजलि अर्पित करने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश प्रसाद बलूनी, शिवप्रसाद भट्ट, नवीन कुंदनानी आदि शामिल थे।