सख्ती: नशे में वाहन चलाने वालों पर लगेगी लगाम, पौड़ी में खरीदे गए पर्याप्त एल्कोमीटर (alcometer)
- शीघ्र ही एन्फोर्समेंट की सभी इकाईयों को करा दिये जायेंगे एल्कोमीटर उपलब्ध
- जिलाधिकारी के एन्फोर्समेंट की कार्यवाही के सख्त निर्देशों का दिखा असर- सड़क सुरक्षा की पिछली और वर्तमान बैठक के मध्य जनपद में नहीं हुई कोई भी सड़क दुर्घटना
- निर्माणकारी विभागों (लोनिवि, एनएच, पीएमजीएसवाई) को मानसून पश्चात अपनी-अपनी सड़कों को युद्वस्तर पर दुरूस्त करने के जिलाधिकारी ने दिये निर्देश
- सड़क दुर्घटनाओं का व्यावहारिक, स्थानीय साइकोलॉजी और विशेष अवसरों इत्यादि के नजरिये से ऑब्जर्वेशन करते हुए सटिक डेटा निकालने के दिये निर्देश
- ग्रामीण संपर्क मार्गो में आवागमन को सुरक्षित बनाने के लिए संकेतकों, बोर्ड, पैराफिट इत्यादि के चेतावनी, जागरूकता से संबंधित कार्य मनरेगा के अंतर्गत करवायें
- अतिक्रमण मुक्त किये जा चुके सड़क व संपर्क मार्ग के किनारे दुबारा किसी भी हालात में अतिक्रमण न होने पाए
- पुराने कबाड़ा और जंक युक्त वाहन को संबंधित विभाग अपने प्रिमाइजेशन से हटायें तथा उसके ऑक्शन की तत्काल पूर्ण करें कार्यवाही
पौड़ी गढ़वाल/मुख्यधारा
जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान और वरिष्ट पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे की संयुक्त अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग तथा अन्य विभागों द्वारा पूर्व की बैठक में दिये गये दिशा-निर्देशों की अनुपालन आख्या प्रस्तुत की गयी।
जिलाधिकारी द्वारा सड़क सुरक्षा के संबंध में पूर्व में दिये गये सक्त दिशा-निर्देशों का असर दिखा विशेषकर शराब पीकर वाहन संचालन करते पकड़े जाने पर सीधे लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही का बड़ा असर देखने को मिला। गत अगस्त माह में हुई सड़क सुरक्षा की बैठक के पश्चात आज तक की तिथि तक जनपद के अंतर्गत सड़क दुर्घटना का कोई भी मामला संज्ञान में नहीं आया।
जिलाधिकारी के अथक प्रयासों से जनपद में पर्याप्त एल्कोमीटर क्रय किये जा चुके हैं जिससे अब शराब पीकर वाहन संचालन करने वालों पर अधिक नियत्रंण पाया जा सकेगा। जिलाधिकारी ने तत्काल सभी एन्फोर्समेंट विभागों की सभी इकाईयों को एल्कोमीटर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने लोेक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसी पौड़ी सड़क निर्माणकारी संस्थाओं को निर्देशित किया कि वे मानसून अवधि पश्चात अपनी सभी सड़क व संपर्क मार्गो को युद्वस्तर पर दुरूस्त करें। जहां पर सड़क संकरी हुई हैं उनका चौड़ीकरण करें, जहां गड्डे हुए हैं उन्हें गड्डायुक्त करें तथा सुरक्षात्मक उपायों के साथ-साथ आम जनमानस के बीच सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी के लिए संकेतक बोर्ड इत्यादि लगायें।
जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग, पुलिस और संबंधित उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क दुर्घटनाओं का व्यावहारिक, स्थानीय साइकोलॉजी और विशेष माह-अवसरों की दृष्टि से ऑव्जर्वेशन करते हुए सटिक डेटा निकालेंय तद्नुसार सुरक्षात्मक उपाय करें। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी विभाग इस बात को सुनिश्चित कर लें कि अपने प्रिमाइजेक से पुराने कबाड़ व जंक लगे वाहनों को तत्काल हटाएं, इसके लिए निलामी प्रक्रिया जो भी करना पड़े तत्काल पूर्ण करें।
साथ ही सक्त निर्देश दिये कि जिन सड़क मार्गों को अतिक्रमण मुक्त कर लिया गया है उन पर दुबारा अतिक्रमण ना हो हर हाल में सुनिश्चित करें।
परिवहन और लोक निर्माण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से जनपद के कुल 155 नये मार्गो का सर्वेक्षण किया गया जिसमें से 109 उपयुक्त पाये गये, 13 मार्ग संचालन की दृष्टि से अनुपयुक्त जबकि 33 पर सर्वेक्षण का कार्य गतिमान हैं।
अनुपालन आख्या में पुलिस विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि विभिन्न थाना क्षेत्रों में अगस्त माह में कुल 4311 चालान किये गये इसमें 102 वाहन सीज किये गये तथा 67 वाहनों के लाइसेंस निरस्तीकरण की संस्तुति की गयी व 15 लाख शुल्क वसूला गया। परिवहन विभाग द्वारा अगस्त माह में कुल 107 चालान किये गये।
बैठक में वरिष्ट पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार जया बलूनी, उपजिलाधिकारी सदर अबरार अहमद, संभागीय परिवहन अधिकारी अनिता चंद, सीओ कोटद्वार वैभव सैनी, सहायक अभियंता लोनिवि निक्की सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।