Forest: भिलंगना राजि में 22 जुलाई को हुई घटना के बाद टिहरी वन प्रभाग की त्वरित कार्यवाही
नई टिहरी/मुख्यधारा
Forest- भिलंगना राजि में 22 जुलाई को हुई घटना के बाद टिहरी वन प्रभाग की त्वरित कार्यवाही टिहरी वन प्रभाग के अंतर्गत भिलंगना राजि के भौंडगांव में बीती 22 जुलाई 2024 की दोपहर में गुलदार के हमले में एक नौ साल की बालिका की मौत की घटना सामने आई थी। जिसकी सूचना मिलने पर वन क्षेत्राधिकारी भिलंगना रेंज अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। शाम को प्रभागीय वनाधिकारी टिहरी वन प्रभाग पुनीत तोमर भी घटनास्थल पर पहुंचे तथा वास्तुस्थिति का जायजा लिया।
पीडि़त परिजनों को दिया तत्काल 4 लाख की धनराशि का चैक
उन्होंने शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी। इस दौरान 6 लाख की अनुग्रह धनराशि में से 4 लाख की धनराशि चैक के माध्यम से तत्काल पीड़ित परिजनों को दे दी गई। शेष 2 लाख का भुगतान जांच के उपरांत दिया जाएगा।
ग्रामीणों को किया जा रहा जागरूक
इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी ने वन कर्मियों को तत्काल कार्यवाही शुरू करने को कहा गया। तभी से वहां लगातार गश्त/रात्रि गश्त किया जा रहा है। साथ ही कैमरा टै्रप्स तथा फॉक्स लाइट विभिन्न जगहों पर लगाई गई है। क्षेत्र में लगातार गश्त सुनिश्चित करने के लिए दो वाहन भी रखे गए हैं। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों से भी लगातार संपर्क कर गुलदार की लोकेशंस की जानकारी प्राप्त की जा रही है। क्षेत्रवासियों को गचाव व सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। पम्फलेट भी वितरित किए जा रहे हैं।
गुलदार को पकड़ने के लिए लगाए पिंजरे व कैमरे
दिनांक 23 जुलाई 2024 को उच्चस्तर से आदेश प्राप्त होने के बाद क्षेत्र में पिंजरे लगा दिए गए हैं। वन क्षेत्राधिकारी भिलंगना रेंज के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है, जो कि गुलदार को ट्रेंक्युलाइज कर पकडऩे का प्रयास कर रही है। बताया गया कि इसके बाद एक जगह पर गुलदार की उपस्थिति दर्ज की गई, जिसको देखते हुए क्षेत्र में जगह-जगह करीब एक दर्जन कैमरे लगा दिए गए हैं, ताकि गुलदार को जल्द टै्रप्स किया जा सके। इसके अलावा मचान भी बनाए गए हैं और दो पिंजरे लगा दिए गए हैं। विभाग की टीम तभी से क्षेत्र में मुस्तैद है।
दिन-रात गश्त कर रहे हैं वन कर्मी
इस आदेश के क्रम में प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर ने एक टीम का गठन किया है, जो इस कार्यवाही को सुनिश्चित कराने में जुटी हुई है और टीम वहां पर तैनात कर दी गई है। उक्त क्षेत्र में विभागीय टीम का गश्त भी पहले से अधिक बढ़ा दिया गया है, जो गुलदार पर नजर रखेगी, ताकि कार्यवाही शीघ्र निष्पादित हो सके।
उक्त टीम का सहयोग हेतु प्रभाग की पौखाल रेंज, टिहरी रेंज तथा बालगंगा रेंज से कुछ कर्मचारियों की गुलदार प्रभावित क्षेत्र में अस्थाई रूप से तैनाती कर दी गई है, ताकि उक्त क्षेत्र शीघ्र कार्यवाही सफलतापूर्व संपन्न की जा सके।
वन संरक्षक, भागीरथी वृत्त द्वारा भी गुलदार प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी, वन क्षेत्राधिकारी तथा संबंधित स्टाफ उपस्थित था। इस संबंध में वन संरक्षक धर्म सिंह मीणा द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
अन्य रेंजों में भी सक्रियता से कार्य कर रहे वन कर्मी
टिहरी वन प्रभाग की अन्य रेंजों में भी मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकथाम की दृष्टि से स्टाफ सक्रियता से कार्य कर रहा है। संवेदनशील स्थानों पर गश्त किए जा रहे हैं। सूचना प्राप्त होने पर यथासंभव सूचना के तत्काल बाद वन कर्मियों की टीम मौके पर पहुंचने का प्रयास कर रही है।
डैम क्षेत्र होने व लगातार हो रही बारिश से बढी चुनौती
इस बीच ग्रामीणों ने वन कर्मियों को गुलदार की कुछ जगहों पर गतिविधि होने की बात कही है। एकाध कीचड़ वाली जगह पर गुलदार के पदचिन्ह भी दिखाई दिए हैं। हालांकि डैम क्षेत्र होने के साथ ही लगातार बारिश होने के चलते विभागीय कर्मियों के सामने गुलदार को पकडऩे की बड़ी चुनौती है। बावजूद इसके वन कर्मी लगातार उस पर पैनी निगाह बनाए हुए हैं और गुलदार को पकडऩे की दिशा में दिन-रात जुटे हुए हैं। वन कर्मियों ने गुलदार को शीघ्र ही पिंजरे में पकडऩे की उम्मीद जताई है।