ब्रेकिंग: बृजभूषण शरण सिंह (BrijBhushan Sharan Singh) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे तीनों पहलवान साक्षी मलिक, पूनिया और फोगाट नौकरी पर लौटे
मुख्यधारा डेस्क
लंबे समय से पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं। पिछले दिनों तीनों पहलवानों की गृहमंत्री अमित शाह के साथ राजधानी दिल्ली में मुलाकात हुई थी। सोमवार को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल रेसलर साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट नौकरी पर लौट आए हैं। तीनों रेलवे में नौकरी करते हैं। रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बवेजा ने इसकी पुष्टि की है।
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उन्होंने बताया कि तीनों ने आज ड्यूटी जॉइन कर ली है। वहीं साक्षी और पूनिया ने ने आंदोलन से हटने की खबरों को गलत बताया है। बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर अपने बयान से पलट गई है। दावे के मुताबिक, नाबालिग ने दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में बयान दिए। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां उसने बयान वापस ले लिया।
पहले खबर ये आई थी कि पहलवानों ने आंदोलन से भी नाम वापस ले लिया है, लेकिन साक्षी मलिक ने ट्वीट करके इस तरह की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा- इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। बजरंग पूनिया ने भी कहा- एफआईआर वापस लेने वाली बात झूठी है। हमारी लड़ाई जारी रहेगी। साक्षी मलिक के पति और पहलवान सत्यव्रत कादियान ने आंदोलन से हटने की खबरों पर कहा कि हमारे निर्णय को प्रभावित करने के लिए इस तरह की चीजे चलाई जा रही हैं।
हम विरोध से पीछे नहीं हटे हैं।बता दें, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत तमाम पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। इससे पहले, जनवरी में उन्होंने धरना दिया था, लेकिन केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के आश्वासन के बाद धरना खत्म कर दिया था। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 21 अप्रैल को सात महिला पहलवानों ने दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने 28 अप्रैल को बृजभूषण के खिलाफ दो मामले दर्ज किए। इनमें पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामला भी शामिल है, जिसे नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोप पर दर्ज किया गया। वहीं, दूसरा मामला अन्य पहलवानों द्वारा दर्ज आरोपों से संबंधित है। बृजभूषण शरण सिंह पर लगाए गए आरोपों की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है, लेकिन एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी एसआईटी को कोई ऐसा सबूत नहीं मिला है, जिनसे बृजभूषण पर लगाए आरोप ठोस तरीके से साबित हो रहे हों।