देहरादून। पटेलनगर थाना पुलिस ने शिक्षा मंत्री का चालक बनकर ठगी करने करने के आरोप में शुगर मिल कर्मचारी समेत दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से आरोपियों को जेल भेज दिया है।
डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि फैक्ट्रियों में मजदूर उपल्ब्ध कराने वाले ठेकेदार अरविंद कुमार पुत्र ईसम सिंह निवासी बरोटीवाला विकासनगर की मुलाकात जुलाई 2019 में दिलीप कुमार उर्फ बबलू पुत्र महीपाल निवासी ग्राम खमरिया थाना बाजपुर उधमसिंहनगर से रुद्रपुर में हुई थी। अरविंद ने किसी भी युवक को दिलीप को सरकारी विभाग में नौकरी लगाने और युवक उपलब्ध कराने की बात कही। अगस्त में दिलीप ने अरविंद को फोन कर शुभम पुत्र इशाचरण निवासी चीनी मिल परिसर किच्छा उधमसिंहनगर को नौकरी लगाने की बात कही। दिलीप और अरविंद ने षडयंत्र रचकर शुभम के भाई रवि को रुद्रपुर में होटल में बुला लिया।
आरोप है कि मुलाकात के दौरान दिलीप ने अरविंद को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का चालक बताया। ब्लॉक(पंचायती राज) में टाइपिस्ट की नौकरी के बदले दिलीप और अरविंद ने पांच लाख की मांग की। आरोप है कि तीन लाख पहली किस्त में अरविंद को दे दिए। काफी समय तक नौकरी नहीं लगने पर रवि और शुभम को संदेह हुआ। अरविंद ज्वाइनिंग लेटर जल्द बनने आदि बहाने बनाकर टालमटोल करता रहा। 16 फरवरी को रवि, शुभम आदि ने दिलीप को बुलाकर उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की बात कही। उधमसिंहनगर से ही रवि ने अरविंद से फोन कर मिलने को कहा,जिस पर अरविंद ने पचास हजार रुपये की मांग की। रवि और अरविंद में दून आकर रुपये देने में सहमति बनी। रात्रि में ही रवि, शुभम, वेदप्रकाश यादव, दिलीप कार से दून निकले। सोमवार की सुबह नौ बजे आईएसबीटी चैक पर ही रवि और अरविंद की मुलाकात हुई। रवि, शुभम आदि ने अरविंद को पकड़कर आईएसबीटी पुलिस चैकी के सुपुर्द किया। सूचना पर सीओ सदर अनुज कुमार, इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी मौके पर पहुंचे और पूछताछ की। मामला हाईप्रोफाइल होने पर तत्काल ही पुलिस ने दिलीप को भी हिरासत में ले लिया। डीआईजी ने बताया कि अरिवंद और दिलीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया कि दिलीप किच्छा चीनी मिल में सीजनल कर्मचारी है।
सीओ अनुज कुमार ने बताया कि पीड़ित शुभम और आरोपी दिलीप उर्फ बबलू दूर के रिश्तेदार हैं। दोनों रिश्ते में मामा-भांजे लगे हैं। रिश्तेदार दिलीप के रवि, शुभम से विश्वासघात करने पर सभी ने उसे खूब खरीखोटी सुनाई।