देहरादून/मुख्यधारा
UKSSSC पेपर लीक मामले में धामपुर नकल सेंटर का केंद्र बिंदु केंद्रपाल निवासी धामपुर को गहन पूछताछ बाद एसटीएफ उत्तराखंड ने किया गिरफ्तार कर लिया है। इस प्रकार अब इस मामले में यह 24वीं गिरफ्तारी हो गई है।
यह जानकारी भी प्रकाश में आई है कि उत्तराखंड के सरकारी नौकरियों के सौदागरों से उत्तर प्रदेश का नकल माफिया का गडज़ोड था। इन नकल माफियाओं का उत्तराखंड उत्तरकाशी के चर्चित जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह, चंदन मनराल, जगदीश गोस्वामी व ललित से गहरे संबंधों की जानकारी हाथ लगी है।
एसटीएफ की पूछताछ में पता चला कि केंद्रपाल अपने विभिन्न संपकों के माध्यम से पेपर लीक की व्यवस्था करता था तथा मोटी रकम लेकर इसकी डील की जाती थी।
बताया जा रहा है कि नाटकीय तरीके से केंद्रपाल उत्तर प्रदेश का नकल माफिया 2013 के मारपीट के एक पुराने मामले में जमानत तुड़वा कर बिजनौर जेल गया था। इसके बाद वह नाटकीय तरीके से ही जमानत पर आया और अब एसटीएफ उत्तराखंड के रडार पर आ गया।
केंद्रपाल की भूमिका
पूछताछ के दौरान जानकारी प्राप्त हुई है अभियुक्त केंद्रपाल वर्ष 1996 में टेंपो चलाता था एवं उसके बाद कुछ वर्षों तक रेडीमेड दुकान पर काम किया एवं उसके बाद कपड़ों की सप्लाई का काम किया।
वर्ष 2011 2012 में अभियुक्त प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने के गिरोह में जुड़ गया।
वर्ष 2012 में अभियुक्त केंद्रपाल की पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त चंदन मनराल से हुई।
वर्ष 2011-12 में ही अभियुक्त केंद्र पाल की मुलाकात पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त हाकम सिंह रावत से हुई।
अभियुक्त केंद्रपाल द्वारा ऐसे लोगो के नाम बताए हैं जिनके द्वारा पेपर उपलब्ध कराया जाता था जल्द उनके संबंध में भी जानकारी एकत्र की जा रही है।
केंद्रपाल ने उक्त अपराध से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। करीब 12 बीघा जमीन धामपुर में ली। धामपुर में एक आलीशान मकान है। सांकरी में हाकम सिंह के साथ रीजोर्ट में पार्टनरशिप है।
अभियुक्त के द्वारा कई अन्य संपत्तियां भी जोड़ी गई है जिन की जानकारी की जा रही है.
विवेचना में अभी साक्ष्य संकलन की कार्यवाही जारी है.
एसटीएफ उत्तराखंड के रडार पर उत्तर प्रदेश के अन्य नकल माफिया गडज़ोड की तह तक जल्दी पहुंचने और पूरे गैंग की अंतिम कड़ी का पर्दाफाश शीघ्र होने की उम्मीद जताई जा रही है।