पूर्व सीएम हरीश रावत के समर्थन से ई रिक्शा संचालकों को मिली संजीवनी
देहरादून। दून में मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा चलाने की अनुमति न देने के विरोध में ई रिक्शा संचालकों ने शहर के विभिन्न मार्गों पर भीख मांगी। वहीं, उनके विरोध प्रदर्शन का समर्थन देने पूर्व सीएम हरीश रावत भी पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों से इस विषय पर बात की और आश्वासन दिया कि वे उनकी समस्याओं के विषय में सरकार से बात करेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार को इस तरह से गरीबों के काम की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। उन्हें उनके हक काम करने दिया जाए। इसके बाद संचालकों ने सड़क पर भीख मांगकर विरोध जताया। परेड मैदान में क्रमिक अनशन कर रहे ई-रिक्शा संचालकों ने कहा कि जब राजधानी की मुख्य सड़कों पर सिटी बसों और ऑटो के संचालन की अनुमति दी जा सकती है तो उन्हें क्यों रोका जा रहा है? इसे लेकर संचालक कई बार सचिवालय कूच कर चुके हैं। दो दिन पूर्व परेड मैदान में धरना प्रदर्शन कर रहे संचालकों ने एक ई-रिक्शा को आग के हवाले किया था। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे संचालकों की पुलिसकर्मियों से नोकझोंक भी हुई थी। बावजूद इनकी मांगों पर अभी तक सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई है। एसोसिएशन अध्यक्ष मारुफ राव का कहना है कि जब दून की मुख्य सड़कों पर सिटी बसों, ऑटो और विक्रम चलाने की अनुमति है तो सरकार ई-रिक्शा संचालन की अनुमति भी देनी चाहिए।