पौड़ी। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार सांय आयुक्त सभागार, पौड़ी में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अन्तर्गत गठित जिला पीएमएजीवाई अभिसरण समिति की पहली बैठक ली। उन्होंने कहा कि पीएमएजीवाई के अन्तर्गत 50 प्रतिशत अनुसूचित जाति आबादी वाले राजस्व ग्रामों को एक कलस्टर के रूप में विकसित किया जाना है। प्रत्येक गांव के विकास के लिए 21-21 लाख उपलब्ध होगा और दो साल के अन्दर यह कार्य किया जाना है। उन्होंने संबंधित खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि मिशन अंत्योदय सर्वे के साथ-साथ इस योजना का सर्वे भी कर लें। कहा कि गांव विकसित होने के बाद भी अगले तीन साल तक इनकी माॅनिटरिंग होगी और साथ ही राज्य से तीन ऐसे गांवों को पुरस्कृत भी किया जायेगा, जहां अच्छा कार्य हुआ होगा।
जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा ने बताया कि जनपद में पांच विकास खण्डों से 06 गांवों चयनित हुए है, जिनमंे विकाखण्ड रिखणीखाल के अन्तर्गत चपडे़त, नैनीडांडा में पटौटिया, कल्जीखाल में दो गांव बिलखेत व बूंगा, पाबौं में सिमखेत तथा थलीसैंण में ब्यासी शामिल हैं। बताया कि इन गांवों के विकास के लिए जनपद स्तर और ग्राम पंचायत स्तर पर समिति बनी हैं और प्रत्येक माह समिति की बैठक होगी। जनपद स्तर पर जिलाधिकारी समिति के अध्यक्ष होंगे, यह समिति माॅनिटरिंग का कार्य करेगी, जबकि ग्राम पंचायत स्तर पर प्रधान समिति का अध्यक्ष होगा। बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर प्रत्येक परिवार का सर्वे होगा, जिसमें आंकड़े जुटाये जायंेगे।
बैठक में जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, परियोजना निदेशक एसएस शर्मा, सहायक परियोजना निदेशक सुनील कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक के.एस. रावत, मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र सिंह राणा, मुख्य उद्यान अधिकारी डा. नरेंद्र कुमार, बीडीओ कोट अमर सिंह, बीडीओ दुगड्डा जयेंद्र भारद्वाज बीडीओ रिखणीखाल एसपी थपलियाल, प्रभारी बीडीओ द्वारीखाल जयकृत सिंह बिष्ट, बीडीओ जयहरीखाल आरएस बिष्ट, परियोजना अधिकारी उरेड़ा शिव सिंह मेहरा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।