ब्रेकिंग: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का दुबई में निधन, 1999 में नवाज शरीफ का किया था तख्तापलट - Mukhyadhara

ब्रेकिंग: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का दुबई में निधन, 1999 में नवाज शरीफ का किया था तख्तापलट

admin
IMG 20230205 WA0003

ब्रेकिंग: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का दुबई में निधन, 1999 में नवाज शरीफ का किया था तख्तापलट

मुख्यधारा डेस्क 

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का दुबई के अस्पताल में रविवार सुबह निधन हो गया है। वे 79 साल के थे और लंबे समय से अमाइलॉइडोसिस बीमारी से जूझ रहे थे। दुबई के अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था।

परवेज मुशर्रफ 20 जून 2001 से 18 अगस्त 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। 1998 में तत्कालीन पाक पीएम नवाज शरीफ ने परवेज मुशर्रफ पर भरोसा करके उन्हें पाकिस्तानी सेना का प्रमुख बनाया। लेकिन एक साल बाद ही 1999 में जनरल मुशर्रफ ने नवाज शरीफ का तख्तापलट कर दिया और पाकिस्तान के तानाशाह बन गए।

यह भी पढें: अच्छी खबर: जानिए प्रदेश के भीतर किन युवाओं को मिलेगी उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों के किराये (Bus fare) में सौ फीसदी छूट, पढें आदेश

उनके सत्ता संभालते ही नवाज शरीफ को परिवार समेत पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था। 11 अगस्त 1943 को परवेज मुशर्रफ का जन्म दरियागंज नई दिल्ली में हुआ था। 1947 में विभाजन के कुछ दिन पहले ही उनका पूरा परिवार पाकिस्‍तान पहुंचा था। उनके पिता सईद ने नए पाकिस्‍तान सरकार के लिए काम करना शुरू किया और विदेश मंत्रालय के साथ जुड़े।

इसके बाद उनके पिता का तबादला पाकिस्‍तान से तुर्की हुआ, 1949 में ये तुर्की चले गए। कुछ समय यह अपने परिवार के साथ तुर्की में रहे। 1957 में इनका पूरा परिवार फिर पाकिस्‍तान लौट आया। इनकी स्‍कूली शिक्षा कराची के सेंट पैट्रिक स्‍कूल में हुई और कॉलेज की पढ़ाई लहौर के फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज में हुई।

बता दें कि 1961 में 18 साल की उम्र में मुशर्रफ ने काकुल में पाकिस्तान सैन्य अकादमी में प्रवेश किया था। द्वितीय कश्मीर युद्ध में खेमकरण सेक्टर के लिए लड़ाई के दौरान मुशर्रफ का पहला युद्धक्षेत्र अनुभव एक तोपखाना रेजिमेंट के साथ था।

मुशर्रफ ने संघर्ष के दौरान लाहौर और सियालकोट युद्ध क्षेत्रों में भी भाग लिया था। 1965 के युद्ध की समाप्ति के तुरंत बाद मुशर्रफ को कुलीन विशेष सेवा समूह में शामिल हो किया गया था। उन्होंने 1966 से 1972 तक एसएसजी में सेवा की। 1999 में मार्च से मई तक उन्होंने करगिल जिले में गुप्त घुसपैठ का आदेश दिया था।

इसके बाद, जैसे ही इस बात की भनक भारत को लगी तो दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू हो गया। इस युद्ध में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी और मुशर्रफ की भी बहुत किरकिरी हुई थी।

बता दें कि पाकिस्तान में 3 नवंबर, 2007 को इमरजेंसी लगाने और और दिसंबर 2007 के मध्य तक संविधान को निलंबित करने के जुर्म में परवेज मुशर्रफ पर दिसंबर 2013 में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था।

मुशर्रफ को 31 मार्च, 2014 को दोषी ठहराया गया था। 79 वर्षीय मुशर्रफ ने 1999 से 2008 तक पाकिस्तान पर शासन किया था। मुशर्रफ मार्च 2016 से दुबई में रह रहे थे।

Next Post

प्रेरणास्रोत : संत रविदास (Sant Ravidas) ने जति-धर्म से उठकर समाज को दिखाई थी दिशा: अनिता ममगाई 

संत रविदास (Sant Ravidas) ने जति-धर्म से उठकर समाज को दिखाई थी दिदिशाम: अनिता ममगाई रविदास जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि महापौर ने की शिरकत ऋषिकेश/मुख्यधारा ऋषिकेश नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि संत रविदास […]
IMG 20230205 WA0007

यह भी पढ़े