Health : जानलेवा बना मोमो, मोमोस खाने से महिला की मौत, स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचा रहा ये फास्ट फूड
मुख्यधारा डेस्क
यह खबर उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो फास्ट फूड में से एक मोमोस खाते हैं। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से लेकर दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, लखनऊ, जयपुर आदि शहरों में पिछले एक दशक से मोमोस खाने वालों की संख्या तेजी के साथ बढ़ी है। यह युवा पीढ़ी में मोमोस खाना एक फैशन भी बन गया है।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक महिला की मौत मोमोस खाने से हो गई है। हैदाराबाद में स्ट्रीट वेंडर के यहां से मोमोस खाने के कारण एक महिला की मौत हो गई।
पुलिस ने बुधवार को बताया कि बंजारा हिल्स इलाके में रहने वाली 33 साल की रेशमा बेगम और उनके 2 बच्चों ने खैरताबाद के मोमोस स्टॉल से 25 अक्टूबर को मोमोस खाए थे।पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला है कि मोमोस बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया आटा बिना किसी पैकिंग के फ्रिज में रखा गया था।
वेंडर ने साफ-सफाई भी नहीं रखी थी। फ्रिज का दरवाजा भी टूटा हुआ था, जिसकी वजह से फ्रिज में वह टेम्परेचर नहीं बन पा रहा था, जो मैदे के आटे को फ्रेश बनाए रखने के लिए जरूरी था।
पुलिस ने बताया कि वेंडर के पास से अलग-अलग सैंपल लेकर टेस्टिंग के लिए लैब भेजा गया है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि फूड पॉइजनिंग मोमोस में डलने वाली किस चीज के कारण हुई।
जांच में पाया गया कि दुकानदार बिना किसी फूड सेफ्टी लाइसेंस के काम कर रहा था और भोजन बहुत ही गंदगी में तैयार किया जा रहा था। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि मोमोस बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया आटा बिना किसी पैकिंग के रेफ्रिजरेटर में रखा गया था।
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यह भी जानकारी मिली कि रेफ्रिजरेटर का दरवाजा टूटा हुआ था। वेंडर के मोमो के सैंपल को लैब में चेकिंग करने के लिए भेजा गया है। मामले में रेशमा बेगम के परिवार ने पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद ग्रेटर फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट और पुलिस ने स्ट्रीट वेंडर का पता लगाया। फिलहाल स्टॉल लगाने वाले दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।