- खिलाड़ियों के उत्साह को देखकर स्वयं को हॉकी स्टिक पकड़ने से ना रोक पायी मेयर
- देश के विभिन्न राज्यों की टीमों के साथ हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की पौत्री भी पहुंची प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने
ऋषिकेश/मुख्यधारा
आई डी पी एल के खेल मैदान में नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने ऑल इंडिया महिला हॉकी टूर्नामेंट का उद्घाटन किया। खास बात यह रही कि हॉकी हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की पौत्री भी चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने यहां पहुंची है।
शुक्रवार को आई डी पी एल के खेल मैदान में स्वर्गीय करमचंद सिंह ग्रेवाल की स्मृति में ऑल इंडिया महिला हॉकी प्रतियोगिता का दर्शकों की भारी मौजूदगी के बीच नगर निगम महापौर ने किया। इस अवसर पर महापौर ने कहा कि ऋषिकेश के लिए यह गर्व की बात है कि आईडीपीएल का खेल मैदान आज महिला हॉकी की राष्ट्रीय चैंपियनशिप का गवाह बना है।
चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने विदर्भ ड्रीम चंद्रपुर (महाराष्ट्र), मेरठ की टीम ,हापुड़ की टीम, कोलकाता की टीम, बिजनौर की टीम, काशीपुर टीम, हल्द्वानी की टीम, देहरादून टीम लोकल आई डी पी एल की टीम के साथ हॉकी स्टिक के जलवा बिखेरने यहां पहुंची है।यह सुखद क्षण है।
यहां आयोजित प्रतियोगिता की गूंज दूर तलक जाएगी। उन्होंने कहा कि देश की बेटियां हर क्षेत्र में आगे बड़ रही हैं।फाईटर प्लेन को उड़ाने से लेकर खेल के मैदान में बेटियों ने देश को गोरवान्वित करने का काम किया है। ऋषिकेश में खेल मैदान के बारे में पूछे जाने पर महापौर ने कहा कि हरिद्वार रोड़ के ट्रेचिंग ग्राऊंड में खेल मैदान व पार्किंग का निर्माण कराया जा सकता है बोर्ड के सदस्यों का साथ मिला तो वह इसमें कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगी।
इससे पूर्व महिला हॉकी चैंपियनशिप के उद्घाटन के मौके पर पहुंची महापौर हॉकी खिलाड़ियों के उत्साह को देखकर स्वयं को हॉकी स्टिक पकड़ने से न रोक सकी। मोजूद खेलप्रेमियों का अभिवादन स्वीकार करने के पश्चात उन्होंने अलग-अलग राज्य से आयी हॉकी टीम से मुलाकात की और उन्हें शुभकामना दी।
इसके पश्चात उन्होंने हॉकी स्टिक से गेंद को पुश कर टूर्नामेंट का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर सरदार दर्शन सिंह, पार्षद गुरविंदर सिंह गुरी, विजय बडोनी, राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट, लक्ष्मी रावत, मनीष बनवाल, हैप्पी सेमवाल, विजय जुगलान, डीपी रतूड़ी, यशवंत रावत, राजीव थपलियाल, हेमलता चौहान, रेखा सजवान, रिंकी रावत, कस्तूरी चौहान, कुलदीप टंडन, कुलविंदर सिंह आदि मोजूद रहे।