जैवलिन थ्रो: पेरिस ओलंपिक में भारत का गोल्ड पाकिस्तान की झोली में, अरशद नदीम बने गोल्डमैन, बनाया रिकॉर्ड, नीरज चोपड़ा ने जीता सिल्वर
शंभू नाथ गौतम
पेरिस में आयोजित ओलंपिक अब अपने अंतिम चरण में आ पहुंचा है। 26 जुलाई से शुरू हुए इस ओलंपिक खेल का समापन 2 दिन बाद 11 अगस्त को होने जा रहा है। भारतीय रेसलर विनेश फोगाट के न मौके पर आयोग करार दिए जाने के बाद पूरा देश गोल्डमैन नीरज चोपड़ा के सोना जीतने पर पूरी उम्मीद लगाए हुए था। लेकिन इस बार नीरज की किस्मत ने साथ नहीं दिया है। नीरज का सोना पाकिस्तान ले गया।
नीरज चोपड़ा को जैवलिन थ्रो में आदर्श मानने वाले और उनके गहरे दोस्त पाकिस्तान के अरशद नदीम ने पेरिस ओलंपिक में रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड पर निशाना साधा। इसी के साथ 32 सालों बाद ओलंपिक में पाकिस्तान को कोई पदक मिला है। पाकिस्तान ने 1992 में आखिरी बार गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके बाद पदक जीतने में असफल रहे। अब 32 साल बाद अरशद नदीम ने यह सूखा समाप्त किया। इसके बाद पाकिस्तान में जश्न का माहौल है। रातों-रात अरशद नदीम पाकिस्तान में स्टार के रूप में उभरकर सामने आए हैं। पाकिस्तान की सरकार ने ओलंपिक में गोल्ड जीतने पर नदीम के ऊपर पैसों की बारिश करनी शुरू कर दी है। उनकी इस जीत के बाद पाकिस्तान में जश्न का माहौल है, और लोगों में खुशियों का सैलाब उमड़ पड़ा है।
अरशद नदीम के गृह नगर में लोगों ने उनकी जीत का जश्न मनाया। लोगों ने मिठाइयां बांटी, आतिशबाजी की, और नाच-गाना किया। अरशद के परिवार को बधाइयां देने के लिए लोगों का तांता लग गया। उनके घर के बाहर लोगों ने अरशद के पोस्टर और बैनर लगाए, और उनकी जीत का जश्न मनाया।
इसके अलावा सड़कों पर भी लोगों की भीड़ देखी गई। वहीं दूसरी ओर भारत में नीरज चोपड़ा के लगातार ओलंपिक में स्वर्ण के बाद सिल्वर मेडल जीतने पर खुशियां तो जरूर है लेकिन गोल्ड न मिलने का मलाल भी है । गुरुवार रात जब ओलंपिक में फाइनल शुरू होने से पहले भारत और पाकिस्तान की धड़कनें बढ़ी हुई थी। लेकिन इस बार किस्मत ने नीरज चोपड़ा का साथ नहीं दिया। उन्हें सिल्वर से ही संतोष करना पड़ा। अरशद नदीम ने बाकी सभी को पछाड़कर ओलंपिक पुरुष भाला फेंक में स्वर्ण पदक हासिल किया। अरशद नदीम ने अपने दूसरे प्रयास में 92.97 मीटर का थ्रो कर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया था। अरशद नदीम बार्सिलोना 1992 के बाद से पाकिस्तान के पहले ओलंपिक पदक विजेता बने। नीरज अपने गोल्ड मेडल का बचाव नहीं कर सके लेकिन अपने देश के लिए इस ओलंपिक का पहला सिल्वर मेडल जरूर जीत लिया। दो बार गोल्ड मेडल जीतने में विफल रहे नीरज चोपड़ा का पहला थ्रो फाउल था। इसके बाद उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर का थ्रो किया। यह उनके करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो है। इसी थ्रो ने उन्हें सिल्वर मेडल दिलाया।
इसके अलावा उनके बाकी थ्रो फाउल रहे। टोक्यो में गोल्ड जीतने वाले जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा लगातार 2 ओलिंपिक में मेडल जीतने वाले वे तीसरे भारतीय एथलीट बन गए हैं। नीरज जीत के बाद तिरंगा लहराते दिखाई दिए। नीरज से पहले रेसलर सुशील कुमार और बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने लगातार दो ओलिंपिक मेडल जीते हैं। ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स (88.54 मीटर) को ब्रॉन्ज मिला।पीएम मोदी ने भी नीरज चोपड़ा को सिल्वर जीतने पर बधाई दी। पीएम मोदी ने लिखा कि भारत इस बात से खुश है कि वह एक और ओलंपिक सफलता के साथ वापस आए। सिल्वर मेडल जीतने पर उन्हें बधाई। बता दें कि पेरिस ओलंपिक में स्टार नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता।
पेरिस ओलंपिक में भारत ने अब तक 5 मेडल जीत लिए हैं। इससे में चार ब्रॉन्ज और एक सिल्वर है। सबसे पहले मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज दिलाया। फिर दूसरा ब्रॉन्ज भी मनु भाकर ने मिक्स्ड टीम इवेंट में दिलाया। उनके साथ सरबजोत सिंह भी टीम में थे। तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग की मेन्स 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में दिलाया। फिर हॉकी टीम ने भी कमाल कर दिखाया।
पांच थ्रो के बाद टॉप-8 खिलाड़ियों का बेस्ट प्रदर्शन
1. अरशद नदीम (पाकिस्तान)- 92.97
2. नीरज चोपड़ा (भारत)- 89.45 मीटर
3. एंडरसन पीटर्स (ग्रेनाडा)- 88.54 मीटर
4. जैकब वाडलेच (चेक रिपब्लिक)- 88.50 मीटर
5. जूलियस येगो (केन्या)- 87.72 मीटर
6. जूलियन वेबर (जर्मनी)- 87.40 मीटर
7. केशोर्न वाल्कॉट (त्रिनिदाद एंड टोबैगो)- 86.16 मीटर
8. लस्सी एतेलाटालो (फिनलैंड)- 84.58 मीटर