द्वारीखाल में महेंद्र राणा व कल्जीखाल से बीना राणा निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बने - Mukhyadhara

द्वारीखाल में महेंद्र राणा व कल्जीखाल से बीना राणा निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बने

admin
FB IMG 1572693444780
द्वारीखाल में महेंद्र राणा व कल्जीखाल से उनकी पत्नी बीना राणा निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बने
पौड़ी जनपद में द्वारीखाल ब्लॉक से महेंद्र राणा एवं कल्जीखाल विकासखंड से उनकी पत्नी बीना राणा निर्विरोध ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हुए हैं। इसके साथ ही महेंद्र राणा पौड़ी गढ़वाल में पंचायत का सबसे बड़े नेता के रूप में उभरकर सामने आए हैं।
FB IMG 1572711163602
 कल्जीखाल ब्लॉक में इस बार महिला के लिए प्रमुख की सीट आरक्षित हुई। पहले क्षेत्रवासियों ने महेंद्र राणा की पत्नी बीना राणा को क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्विरोध चुना। जिसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गई। तत्पश्चात भाजपा ने उन्हें कल्जीखाल ब्लॉक से ब्लाक प्रमुख के लिए प्रत्याशी बनाया। उनके पति महेंद्र राणा के विकास कार्यों को देखते हुए उन्हें निर्विरोध ब्लाॅक प्रमुख बना दिया गया।
 इसके अलावा महेंद्र राणा द्वारीखाल ब्लॉक से क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए। उनके विकास कार्यों का ही परिणाम रहा कि महेंद्र राणा इस बार द्वारीखाल ब्लॉक से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित होने में सफल  रहे। इस प्रकार वह तीसरी बार ब्लॉक प्रमुख बनने में कामयाब हुए हैं।
इस तस्वीर में जनपद पौड़ी गढ़वाल के कल्जीखाल ब्लॉक का भवन है। देखकर पाठकों को शायद लग रहा होगा कि यहां कोई कॉल सेंटर होगा, लेकिन यह कोई कॉल सेंटर नहीं, बल्कि महेंद्र राणा द्वारा पहाड़ पर बनाई गई कल्जीखाल ब्लॉक के रूप में यह शानदार सरकारी इमारत है। शायद ही किसी अन्य विकासखंड की ऐसी भव्य इमारत देखने को मिले। उनकी विकास की ऐसी सोच ने ही उन्हें कल्जीखाल से दो बार ब्लॉक प्रमुख पद पर रहने का गौरव हासिल करवाया। उनके पिछले दो कार्यकाल को देखते हुए अब द्वारीखाल विकासखंडवासियों की उम्मीदें भी जग गई हैं कि महेंद्र राणा के यहां ब्लाक प्रमुख बन जाने से उनके यहां भी अब विकास की नई यात्रा  शुरू होगी।

बताते चलें कि प्रदेशभर में (हरिद्वार को छोड़) त्रिस्तरीय पंचायत (ब्लॉक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष) चुनाव में भाजपा के 16 ब्लॉक प्रमुख एवं 4 जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध चुने गये।पंचायत चुनाव के इतिहास में पहली बार ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष इतनी भारी संख्या में निर्विरोध चुन कर आए हैं।

Next Post

योग्य कार्यकर्ताओं पर भारी उत्तराखंड मृतक आश्रित नारी

योग्य कार्यकर्ताओं पर भारी उत्तराखंड मृतक आश्रित नारी भारत सरकार ने विभिन्न नौकरियों में मृतक आश्रितों के पद समाप्त कर दिए हैं, किंतु नेताओं के लिए यह व्यवस्था शानदार तरीके से चल रही है। पिथौरागढ़ से उपचुनाव में चंद्रा पंत […]
20191103 090829

यह भी पढ़े