नीरज उत्तराखंडी/पुरोला
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में दिखाई देने वाले स्नो लैपर्ड को संरक्षित करने के लिए उत्तरकाशी के गोविन्द वन्य जीव विहार एवं पार्क क्षेत्र में स्नो लैपर्ड कन्जर्वेशन सेण्टर बनाये जाने की कवायद चल रही है । यदि सब कुछ योजना के मुताविक हुआ तो हरकीदून घाटी में बदहाल पड़ा गढ़वाल मंडल विकास निगम के भवन को संरक्षित कर हिम देंदुआ संरक्षण केन्द्र में तब्दील किया जायेगा।
इस हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र में इस बेहद शर्मीले माने जाने वाले जानवर के बारे में तो जानकारी मिलेगी ही, साथ ही पर्यटन में चार चांद लगेंगे और इससे स्थानीय लोगो को रोज़गार भी मिलेगा।
योजना को साकार रूप देने के लिए पार्क प्रशासन ने निदेशक वन संरक्षक राजाजी पार्क रिजर्व देहरादून को पत्राचार किया। यदि अनुमति मिली तो जीएमवीएन का बदहाल भवन के दिन बहुरेंगे और वहां हिम देंदुआ संरक्षण केन्द्र स्थापित होगा।
उत्तरकाशी जिले मोरी ब्लाक में स्थित गोविन्द वन्य जीव विहार एवं पार्क क्षेत्र में सिक्योर हिमालयन प्रोजेक्ट के तहत स्नो लैपर्ड कंज़र्वेशन इको टूरिज्म सेण्टर बनाये जाने की योजना पर पार्क प्रशासन तेजी से काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत उच्च हिमालयी क्षेत्र सहित गोविंद जीव विहार में विचरण करते हुए स्नो लेपर्ड के बारे में जानकारी को पर्यटकों के साथ साझा किया जायेगा।
गोविंद वन्य जीव विहार के उप निदेशक कोमल सिंह बताते है कि योजना को मूर्त रूप देने की कवायद चल रही है। यदि सब कुछ योजना के मुताविक हुआ तो इस कंज़र्वेशन सेण्टर में स्थानीय संस्कृति और पर्यटन से जुडी हुई तमाम गतिविधियॉ भी दर्शाई जाएगी। पर्यटकों को स्नो लैपर्ड के निवास स्थल के पारिस्थितिक तंत्र के बारे में भी बताया जायेगा।