द्वारीखाल। प्रवासियों की घर वापसी के बाद ग्राम प्रधानों को दी गई क्वारंटीन की जिम्मेदारी को देखते हुए ब्लॉक प्रमुख महेंद्र राणा ने सरकार से उन्हें संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अधिकार के साथ ही ग्राम प्रधानों के लिए बजट की व्यवस्था की जानी अति आवश्यक है, जिससे वे अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा सकें।
द्वारीखाल के ब्लॉक प्रमुख एवं उत्तराखंड प्रमुख संगठन के अध्यक्ष महेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा है कि ग्राम प्रधानों को बजट के बिना भारी परेशानियों की समस्याएं हो रही हैं। अचानक से प्रत्येक ग्रामसभाओं में भारी संख्या में लौट रहे प्रवासियों के लिए प्रधानों के पास स्वयं के इतने संसाधन नहीं हैं कि वह उन सभी की व्यवस्था कर सकें। अचानक से प्रधानों के पास राशन, बिस्तर, साबुन जैसी बुनियादी जरूरतें बढ़ गई हैं। एक-एक गांव में 40-50 लोग आ रहे हैं और यह व्यवस्था एक-दो दिन के लिए नहीं है, बल्कि सभी प्रवासियों को 14 दिनों तक क्वारंटीन किया जाना है। ऐसे में ग्राम प्रधान बिना बजट के भारी संकट का सामना कर रहे हैं।
महेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि सभी जानते हैं कि प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति प्रदेश में किस प्रकार है। अभी भी स्कूलों में बिजली-पानी की व्यवस्थाएं नहीं हैं, ऐसे में प्रधानों के समक्ष बड़ी चुनौती खड़ी हो गई हैं। राणा ने कहा कि प्रवासियों की घर वापसी के बाद ग्राम पंचायतों से लेकर विकासखंड और जनपद स्तर पर सभी अधिकारी-कर्मचारी व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं, लेकिन यदि सरकार की ओर से ग्राम प्रधानों को तत्काल बजट उपलब्ध करा दिया जाता है तो प्रवासियों की व्यवस्थाएं करने में कोई दिक्कत आड़े नहीं आएगी।