पौड़ी। जनपद के रिखणीखाल विकासखंड की ग्राम पंचायत रेवा में क्वारंटीन में रह रही बुजुर्ग महिला की मौत कोरोना से नहीं, बल्कि हृदय गति व श्वास गति रुकने से हुई थी। महिला का दिल्ली में रक्तचाप एवं अस्थमा की बीमारी का इलाज चल रहा था।
रिखणीखाल के तहसीलदार से मिली जानकारी के अनुसार 78 साल की बुजुर्ग महिला गायत्री देवी ग्राम रेवा पट्टी इडियाकोट मल्ला-तीन तहसील रिखणीखाल अपने परिजनों के साथ दिल्ली से ग्राम रेवा में लौटी थी। उन्हें उच्च प्राथमिक विद्यालय रेवा में ग्राम प्रधान के माध्यम से क्वॉरेंटाइन किया गया था। गायत्री देवी की कल 16 मई को अचानक मौत हो गई थी। इससे स्वास्थ्य महकमें और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था।
जिसके बाद राजकीय चिकित्सालय रिखणीखाल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा जांच पड़ताल की गई। उन्होंने पाया कि मृतका गायत्री देवी का कई वर्षों से उच्च रक्तचाप और दमा की बीमारी से ग्रसित थी और उनका दिल्ली में इलाज चल रहा था। वर्तमान में गायत्री देवी को किसी भी प्रकार की खांसी जुखाम सर्दी बुखार आदि या कोरोना से संबंधित कोई लक्षण नहीं थे, लेकिन 16 मई को उनके नाक से खून निकलने से वह अचानक बेहोश होकर गिर गई थी और उनकी मौत हो गई थी। उनकी पुरानी बीमारी को देखते हुए गायत्री देवी की हृदय गति व सांस गति रुकने से मौत होना पाया गया। उनकी मौत के बाद मृतक के साथ क्वारंटीन सेंटर में रह रहे परिजनों और व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें सबकी रिपोर्ट सामान्य आई। इसके बाद पौड़ी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे ने राहत की सांस ली है।