रा. स्ना. महाविद्यालय अगस्त्यमुनि से लगे मार्ग की आयुष सिंह (Ayush Singh) व समूह ने की मरम्मत
अगस्त्यमुनि/मुख्यधारा
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में आज पुराना बालिका छात्रावास, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर (दिन-रात) के द्वितीय दिवस का शुभारंभ प्रातः वंदना एवं व्यायाम के साथ हुआ।
इसके पश्चात चयनित स्थल जवाहर नगर के समीप मन्दाकिनी नदी के तट पर स्थित एवं राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि से लगे हुए मार्ग की मरम्मत का कार्य आयुष सिंह एवं समूह द्वारा किया गया। साथ ही दीक्षा एवं समूह द्वारा उक्त मार्ग के आस-पास झाड़ी उन्मूलन कार्य किया गया। इसी के साथ दीया एवं समूह द्वारा प्रार्थना स्थल की स्वच्छता का कार्य किया गया।
अपराहन के बौद्धिक सत्र में कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ० ममता शर्मा ने “वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महिलाओं की भूमिका” विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारतवर्ष एक संपन्न परंपरा और सांस्कृतिक मूल्यों से समृद्ध देश है, जहां महिलाओं का समाज में प्रमुख स्थान रहा है। वर्तमान समय में महिलाएं विभिन्न स्वयं सहायता समूह के माध्यम से अपने आर्थिक पक्ष को मजबूत करते हुए देश के आर्थिक विकास में निरंतर अपना योगदान दे रही हैं।उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को विभिन्न कौशलों और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के द्वारा आर्थिक रूप से समृद्ध बनाया जा सकता है।
इस अवसर पर वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ० निधि छाबड़ा, कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ० जितेंद्र सिंह, ताहिर अहमद, संदीप सिंह राणा, शर्मिला देवी इत्यादि कर्मचारी एवं स्वयंसेवी उपस्थित रहे। अंत में स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई।